पति और ससुराल की संपत्ति पर पत्नी के 5 अधिकार।
पति की संपत्ति पर अधिकार।
हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम: यदि पति की संपत्ति व्यक्तिगत है, तो पत्नी को उसकी संपत्ति में हिस्सेदारी का अधिकार है, खासकर यदि उनके बच्चे हैं।
विरासत: पति की मृत्यु के बाद, पत्नी को उसकी संपत्ति का एक हिस्सा पाने का अधिकार होता है। यदि पति ने कोई वसीयत नहीं बनाई है, तो पत्नी स्वाभाविक रूप से वारिस होगी।
ससुराल की संपत्ति पर अधिकार।
संयुक्त परिवार की संपत्ति: यदि ससुराल की संपत्ति संयुक्त संपत्ति है, पुश्तैनी संपत्ति हैं तो पत्नी को उसमें से हिस्सेदारी का अधिकार नहीं होता।
दहेज के खिलाफ सुरक्षा: पत्नी को दहेज अधिनियम के अंतर्गत सुरक्षा प्राप्त है। यदि पति ने शादी के दौरान पत्नी को दहेज दिया है, तो वह उसकी अधिकारिणी हैं।
संरक्षण और भरण-पोषण का अधिकार: पत्नी को पति से भरण-पोषण का अधिकार है। यदि पति ने पत्नी को छोड़ दिया है या उन पर अत्याचार किया है, तो पत्नी कानूनी सहायता मांग सकती है।
कानूनी प्रक्रिया क्या हैं।
यदि पत्नी को अपनी संपत्ति के अधिकारों के बारे में कोई समस्या है, तो वह न्यायालय में अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आवेदन कर सकती है।
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