5 देशों के पास सबसे शक्तिशाली मिलिट्री ड्रोन

न्यूज डेस्क: आज के वर्त्तमान समय में मिलिट्री ड्रोन की मांग तेजी से बढ़ रही हैं। खासकर रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद दुनिया के कई देश घातक मिलिट्री ड्रोन बनाने पर काम कर रहे हैं। लेकिन दुनिया में पांच देश ऐसे हैं, जिनके पास सबसे घातक मिलिट्री ड्रोन मौजूद हैं।

5 देशों के पास सबसे शक्तिशाली मिलिट्री ड्रोन?

बोइंग एमक्यू-28 घोस्ट बैट : बोइंग एमक्यू-28 घोस्ट बैट को बोइंग ऑस्ट्रेलिया ने विकसित किया है। इस ड्रोन में छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमानों और बमवर्षक के साथ कम्यूनिकेशन करने की क्षमता है। इसे AI तकनीक से विकसित किया गया हैं।

एमक्यू-9 रीपर: अमेरिका का ये मिलिट्री ड्रोन दुनिया का सबसे उन्नत मिलिट्री ड्रोन हैं। एमक्यू-9 रीपर की 300 से अधिक यूनिट का निर्माण किया जा चुका है। भारत ने हाल में ही अमेरिका से एमक्यू-9 रीपर ड्रोन खरीदने का सौदा किया है।

चेंगदू जीजे-2 या विंग लूंग II: चीन द्वारा विकसित किया गया जीजे-2 या विंग लूंग II दुनिया का तीसरा सबसे शक्तिशाली मिलिट्री ड्रोन हैं। चीन ने इसे पाकिस्तान को भी बेचा हैं। यह ड्रोन 480 किलोग्राम (किलो) तक लेजर गाइडेड बम और मिसाइल ले जा सकता है।

बीएई सिस्टम्स तारानिस या डसॉल्ट न्यूरॉन: ब्रिटिश डिफेंस कंपनी बीएई सिस्टम्स ने फ्रांसीसी कंपनी डसॉल्ट एविएशन के नेतृत्व में इसे तैयार किया गया हैं। यह ड्रोन दुनिया का चौथा सबसे शक्तिसाली और स्टील्थ तकनीक से लैस ड्रोन हैं।

सुखोई एस-70 ओखोटनिक-बी: रूस का सुखोई एस-70 ओखोटनिक-बी ड्रोन भी एक शक्तिशाली ड्रोन हैं। यह सुखोई एस-70 ओखोटनिक ड्रोन एएल-31 टर्बोजेट इंजन से शक्ति पाता है। इसकी रेंज 6000 किलोमीटर तक है।

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