यूपी में बनेगा 57 KM लंबा ग्रीन कॉर‍िडोर, लोगों को खुशखबरी!

न्यूज डेस्क। लखनऊ में विकास और यातायात सुगमता के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना, 57 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर, अंतिम चरण में पहुँच चुका है। यह परियोजना राजधानी के मुख्य मार्गों को जोड़ते हुए शहर के पुराने और नए हिस्सों के बीच कनेक्टिविटी को आसान बनाएगी।

इस कॉरिडोर का निर्माण एलडीए कर रहा है, जो आईआईएम रोड से किसान पथ तक फैला हुआ है। परियोजना के दूसरे चरण में समतामूलक चौराहे से निशातगंज तक लगभग 130 करोड़ रुपये की लागत से कई प्रमुख निर्माण कार्य पूरे होने वाले हैं।

प्रमुख निर्माण कार्य

1 .कुकरैल छह-लेन ब्रिज: 240 मीटर लंबा और 24 मीटर चौड़ा ब्रिज लगभग तैयार हो चुका है। इसे बनाने में 45 करोड़ रुपये की लागत आई।

2 .बंधा और सड़क निर्माण: कुकरैल से निशातगंज तक 1.10 किलोमीटर लंबा और 18 मीटर चौड़ा बंधा बनाया गया है, जिसकी लागत 40 करोड़ रुपये है।

3 .निशातगंज छह-लेन ब्रिज: 240 मीटर लंबा और 24 मीटर चौड़ा यह ब्रिज भी लगभग तैयार है, इसे पूरा करने में 45 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

सड़क चौड़ीकरण की वजह से हनुमान सेतु से गोमती पुल तक की सड़क अब 10 मीटर से बढ़ाकर 18 मीटर हो चुकी है। इससे निशातगंज और कुकरैल चौराहे का उपयोग और भी सुविधाजनक होगा।

आगामी विकास

2300 मीटर लंबा फ्लाईओवर: लामार्टीनियर कालेज से जी-20 रोड तक बनने वाले इस फ्लाईओवर में 315 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके बनने के बाद शहीद पथ, इकाना स्टेडियम, एयरपोर्ट और अयोध्या रोड जैसी प्रमुख जगहों के लिए सीधी कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी।

250 मीटर लंबा गोमती ब्रिज: सेना की जमीन से जी-20 रोड को जोड़ने वाला यह ब्रिज लगभग 60 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा।

ग्रीन कॉरिडोर के चरण

पहला चरण: आईआईएम रोड से पक्का पुल – पूरा हो चुका।

दूसरा चरण: पक्का पुल से पिपराघाट – अंतिम चरण में।

तीसरा चरण: पिपराघाट से शहीद पथ – हरी झंडी मिल चुकी।

चौथा चरण: शहीद पथ से किसान पथ – तैयारियां चल रही।

इस ग्रीन कॉरिडोर से न केवल यातायात की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि शहर की सौंदर्यीकरण और हरियाली भी बढ़ेगी। प्रधानमंत्री के लोकार्पण कार्यक्रम में इसे शामिल किए जाने की योजना है, जिससे लखनऊवासियों को नई सुविधाओं का लाभ जल्द मिलेगा।

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