सकट चौथ के दिन करें श्री गणेश की आरती।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।
एक दंत दयावंत चार भुजा धारी, माथे सिंदूर सोहे मूसे की सवारी ॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया। बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया।
हार चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा, लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा।
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी। कामना को पूर्ण करो जाऊं बलिहारी॥
सूर श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा। जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
सकट चौथ के व्रत रखते हैं तो आप भगवान गणेश की इस आरती को गुनगुनाते रहें। साथ ही साथ पूजा के दौरान आप इस आरती को जरूर गाये। इससे भगवान गणेश प्रसन्न होंगे और उनकी कृपा भी जीवन पर बनी रहेगी।
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