वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक शुष्क रेखा (ड्राई लाइन) सक्रिय है, जो केरल तक फैली हुई है। इसके प्रभाव क्षेत्र में उत्तर प्रदेश भी शामिल हो गया है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी युक्त पूर्वा हवाएं और दक्षिण-पश्चिमी शुष्क हवाओं के आपसी टकराव के चलते चक्रवाती परिसंचरण बन रहा है। साथ ही, एक ताकतवर पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर भारत के ऊपर सक्रिय है। इन सभी मौसमी बदलावों के कारण राज्य में मौसम बिगड़ने की पूरी संभावना है।
सावधानी बरतें – मौसम विभाग की सलाह:
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम से जुड़ी ताज़ा जानकारी पर नज़र रखें और विशेषकर खुले स्थानों पर बिजली गिरने के समय सावधानी बरतें। किसान, वाहन चालक और स्कूलों के प्रबंधन को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। बारिश और हवाओं के प्रभाव से तापमान में गिरावट भी दर्ज की जाएगी, जिससे गर्मी से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
इन जिलों में आंधी, बारिश और वज्रपात के आसार
कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर,
कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली,
बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद,
गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा,
चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया,
अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकर नगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर,
बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, कासगंज, एटा, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर,
अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल और बदायूं जिलों में गरज-चमक और बिजली गिरने की प्रबल संभावना है।
0 comments:
Post a Comment