सहजन: डायबिटीज, हार्ट, गठिया, कब्ज, पथरी से करें बचाव

हेल्थ डेस्क। आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान के मेल से एक बार फिर एक पारंपरिक औषधीय पौधा चर्चा में है—सहजन। ग्रामीण इलाकों में 'मुनगा' और 'मोर्जिंगा' के नाम से प्रसिद्ध यह पौधा अब शहरी जीवनशैली की समस्याओं जैसे डायबिटीज, हृदय रोग, गठिया, कब्ज और पथरी जैसी बीमारियों में लाभकारी माना जा रहा है। इसका सेवन हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद हैं।

1 .डायबिटीज पर नियंत्रण

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, सहजन की पत्तियों में क्लोरोजेनिक एसिड और क्वेरसेटिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। कई अध्ययनों में यह भी सामने आया है कि सहजन का सेवन करने से इंसुलिन की कार्यक्षमता बेहतर होती है।

2 .दिल को रखे दुरुस्त

हार्ट हेल्थ की बात करें तो सहजन में मौजूद पोटैशियम, मैग्नीशियम और फाइबर हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखने में सहायक है। इसलिए इसका सेवन कर सकते हैं।

3 .गठिया में राहत

गठिया और जोड़ों के दर्द से जूझ रहे मरीजों के लिए भी सहजन किसी वरदान से कम नहीं। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करते हैं। साथ ही यह हड्डियों को मज़बूती भी प्रदान करता है।

4 .कब्ज से राहत

फाइबर से भरपूर सहजन पाचन क्रिया को बेहतर करता है। यह कब्ज की समस्या को दूर करता है और पेट को साफ़ रखने में मदद करता है। सुबह खाली पेट सहजन के पत्तों या पाउडर का सेवन करने से बड़ी राहत मिलती है।

5 .पथरी में सहायक

कई घरेलू उपचारों में सहजन की फली और बीज का प्रयोग पथरी की रोकथाम के लिए किया जाता है। इसमें मौजूद नेचुरल डाइयुरेटिक तत्व शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालते हैं और यूरिनरी ट्रैक्ट को साफ रखते हैं।

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