यूपी में संविदा कर्मियों के लिए फेस अटेंडेंस जरूरी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग के संविदा कर्मचारियों के लिए अप्रैल से फेस अटेंडेंस प्रणाली लागू कर दी गई है, लेकिन इस नई व्यवस्था ने हजारों कर्मचारियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) की ओर से लागू की गई इस अनिवार्य व्यवस्था के चलते वे संविदा कर्मचारी खासे परेशान हैं, जिनके पास स्मार्टफोन ही नहीं है। प्रदेश भर में ऐसे कर्मचारियों की संख्या 20% यानी 20 हजार से भी अधिक बताई जा रही है।

बिना स्मार्टफोन कैसे लगाएं अटेंडेंस?

नई व्यवस्था के अनुसार सभी संविदा कर्मचारियों को अपनी उपस्थिति फेस अटेंडेंस मोबाइल ऐप के जरिए दर्ज करनी है। लेकिन जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है, उनके सामने एक बुनियादी सवाल खड़ा हो गया है – वे उपस्थिति दर्ज करें तो कैसे? यही कारण है कि इस फैसले के खिलाफ संविदा कर्मचारी संगठनों ने विरोध शुरू कर दिया है।

वेतन रोकने का डर, मार्च की तनख्वाह भी लंबित

विद्युत संविदा मजदूर संगठन ने ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा से मुलाकात कर इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया। संगठन के प्रभारी पुनीत राय ने बताया कि कई जिलों में मार्च महीने का वेतन अब तक कर्मचारियों को नहीं मिला है, जिससे वे स्मार्टफोन भी नहीं खरीद पा रहे। उन्होंने मंत्री से यह अनुरोध किया कि अप्रैल महीने का वेतन फेस अटेंडेंस के आधार पर न रोका जाए।

ऐप की तकनीकी खामियां भी बनीं मुसीबत

संगठन ने बताया कि न सिर्फ स्मार्टफोन की कमी, बल्कि फेस अटेंडेंस ऐप में भी कई तकनीकी खामियां हैं। ऐप छुट्टी के दिनों में कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज नहीं करता, जबकि संविदा कर्मचारी रविवार और त्योहारों पर भी काम करते हैं। इसके अलावा, ऐप में केवल आठ घंटे की ड्यूटी अवधि मानी जाती है, जबकि कई बार कर्मचारियों से अतिरिक्त समय तक काम कराया जाता है। इस दौरान अगर कोई दुर्घटना होती है, तो उनके कार्यरत होने का कोई रिकॉर्ड नहीं होता।

ऊर्जा मंत्री ने दिया समाधान का भरोसा

ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा से मुलाकात के दौरान संगठन ने मांग रखी कि ऐप को अपडेट कर इसमें लॉगिन की सुविधा बढ़ाई जाए, ताकि ड्यूटी के बाद फिर से कार्य लेने की स्थिति में उपस्थिति दर्ज की जा सके। इस पर मंत्री ने भरोसा दिलाया कि ऐप की खामियों को जल्द दूर कराया जाएगा और जिनके पास स्मार्टफोन नहीं हैं, उनके लिए भी वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार किया जाएगा।

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