28 अप्रैल से 2 मई तक चलेगा विशेष अभियान
शिक्षा विभाग ने आदेश दिया है कि इस विशेष अभियान के तहत पाठ्य पुस्तकों का वितरण किया जाएगा। सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि सरकारी विद्यालयों में कक्षा 1 से 8 तक की पाठ्य पुस्तकें सही समय पर और सही स्थिति में बच्चों को वितरित की जाएं। इसके अलावा, इस अभियान के दौरान बच्चों के माता-पिता और स्थानीय जन प्रतिनिधियों को भी कार्यक्रम में आमंत्रित करने को कहा गया है। यह कदम बच्चों और उनके परिवारों को शैक्षणिक गतिविधियों में शामिल करने और समुदाय से जुड़ने के उद्देश्य से उठाया गया है।
पुस्तक वितरण कार्य का डॉक्यूमेंटेशन अनिवार्य
अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने अपने पत्र में यह भी निर्देशित किया है कि पुस्तक वितरण कार्य का सही तरीके से डॉक्यूमेंटेशन किया जाए। इसके लिए एक अलग पंजी का रखरखाव किया जाएगा, जिसमें वितरण की प्रक्रिया और तस्वीरें शामिल की जाएंगी। इन दस्तावेजों को टेक्सबुक कार्यालय को प्रस्तुत करना होगा। इसके अलावा, पुस्तक वितरण के दौरान पाठ्य पुस्तकों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने को कहा गया है। यदि किसी पुस्तक की गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं होती है, तो इसे निगम को सूचित किया जाएगा।
बिहार के सभी सरकारी स्कूलों के लिए बड़ी पहल
यह कदम बिहार सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए उठाया गया है। इस अभियान के तहत छात्रों को मुफ्त पाठ्य पुस्तकें प्रदान की जाएंगी, जो उनकी शिक्षा में एक अहम भूमिका निभाएंगी। विशेष रूप से, यह कदम शिक्षा के स्तर को सुधारने और छात्रों के लिए अध्ययन सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने में मदद करेगा।
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