चन्द्रमा की यात्रा के लिए भारत पूरी तरह तैयार

डेस्क: चंद्रयान-1 की सफलता के बाद भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो चंद्रयान-2 मिसन के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। यह मिशन इस बार बिल्कुल अलग हैं। पिछले बाद चंद्रयान-1 के दौरान इसरों चन्द्रमा पर अपना सेटेलाईट भेजने में सफलता हासिल किया था। लेकिन इस बार चंद्रयान-2 के दौरान इसरों चाँद की सतह पर रोबर उतारने जा रहा हैं। यह भारतीय के लिए एक गर्व का विषय हैं। इस सफलता के बाद भारत अमेरिका, रूस और चीन के साथ खड़ा हो जायेगा। क्यों की इस तरह के सफलता पाने का स्रेण इन्ही देशों के पास हैं। 
पूरी दुनिया भारत के इस मिशन पर नजर बनाये हुए हैं। 15 जून की सुबह 2 बजकर 51 मिनट पर इसरों अपने GSLV रॉकेट से चंद्रयान 2 को लॉन्च करेगा। यह मिशन 52 दिनों का हैं। 52 दिनों के बाद चंद्रयान-2 का रोबर चाँद की सतह पर उतरने में कामयाबी हासिल कर सकता हैं। 

यह चंद्रयान-2 का रोबर चाँद के दक्षिणी धुव्र पर उतरेगा। अभी तक दुनिया का कोई भी देश चाँद के दक्षिणी धुव्र पर नहीं जा सका हैं। लेकिन भारत इस मिशन को पूरा करके एक नया कीर्तिमान बनाने जा रहा हैं। 

चाँद के इस दक्षिणी धुव्र पर सूर्य की किरणे सीधी नहीं पड़ती हैं बल्कि तिरछी पड़ती हैं। इसलिए यहाँ का तापमान भी बहुत कम होता हैं। इस जगह पर रोबर उतरना इसरों के वैज्ञानकों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती हैं। लेकिन इस चुनौती का सामना करने के लिए इसरों के वैज्ञानिक पूरी तरह से तैयार हैं। 

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