बता दें की गांवों में लोग शवों को घुले आसमान में जलाते हैं। जिसके कारण पर्यावरण को काफी नुकसान होता हैं। साथ ही साथ लोगों को शव जलाने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार हर पंचायत में मुक्तिधान बनाएगी।
खबर के अनुसार 15वें वित्त आयोग द्वारा प्राप्त राशि से पंचायती राज विभाग विद्युत शवदाह गृह बनाएगी। गांवों में भी बड़े शहरों की तर्ज पर ही विद्युत शवदाह गृह बनाए जाएंगे। यहां बैठने की व्यवस्था के साथ बिजली की भी व्यवस्था उपलब्ध होगी। विद्युत शवदाह गृह में सब जलाने के लिए दो इलेक्ट्रिक लगाए जाएंगे।
मुक्तिधाम के चारों ओर चहारदीवारी, सोलर लाइट, एक टॉयलेट, एक हैंडपंप भी लगाया जाएगा। इसके लिए एक मुक्तिधाम पर 11 लाख 98 हजार रूपए खर्च होने का अनुमान है। बहुत जल्द राज्य के सभी पंचायतों में इसे बनाया जाएगा।
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