पीरियड्स नॉर्मल नहीं है तो सकती हैं ये बीमारी

हेल्थ डेस्क: साइंस की बात करें तो आज के भाग दौड़ की इस लाइफ स्टाइल में बहुत हीं महिलाएं ऐसी हैं जिनका पीरियड्स नॉर्मल नहीं हैं और समय पर नहीं होता हैं। जिसके कारण महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं और महिलाओं का स्वास्थ्य भी अच्छा नहीं रहता हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार पूरी दुनिया में 85 फीसदी महिलाएं ऐसी हैं जिनका पीरियड्स नॉर्मल नहीं हैं। आज इसी संदर्भ में मेडिकल साइंस के एक अध्ययन के द्वारा जानने की कोशिश करेंगे उस बीमारी के बारे में जो पीरियड्स नॉर्मल ना होने के कारण महिलाओं को हो सकती हैं। तो आइये जानते हैं विस्तार से की पीरियड्स नॉर्मल नहीं है तो सकती हैं ये बीमारी।
पॉलिसिस्टक ओवेरियन सिंड्रोम, मेडिकल साइंस के एक अध्ययन के अनुसार पीरियड्स नॉर्मल नहीं होने के कारण महिलाओं को पॉलिसिस्टक ओवेरियन सिंड्रोम नामक बीमारी हो सकती हैं। इसलिए अगर किसी महिला का पीरियड्स नॉर्मल नहीं हैं तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें और डॉक्टर की सलाह लें। क्यों की पॉलिसिस्टक ओवेरियन सिंड्रोम के कारण महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स का बैलेंस बिगड़ जाता हैं। जिससे महिलाओं के दिमाग में तनाव और डिप्रेशन की समस्या जन्म लेने लगती हैं तथा उनके ओवरीज में भी संकुचन होने लगता हैं। जिससे महिलाओं को गर्भाधान करने में भी काफी समस्या का सामना करना पड़ता हैं। इतना हीं नहीं इस पॉलिसिस्टक ओवेरियन सिंड्रोम बीमारी के कारण महिलाओं के बाल झड़ने लगता हैं और अचानक से मोटापा भी बढ़ाने लगता हैं जो महिलाओं शरीर खतरनाक होता हैं।
पॉलिसिस्टक ओवेरियन सिंड्रोम का लक्षण, डॉक्टरों के मुताबिक पीरियड्स के समय अनियमित रक्त स्राव, जलन और दर्द पॉलिसिस्टक ओवेरियन सिंड्रोम बीमारी का पहला लक्षण होता हैं। इस बीमारी में पीरियड्स समय पर नहीं होता हैं और महिलाओं के पेट में ऐठन और सिर दर्द की समस्या बनी रहती हैं। साथ हीं साथ महिलाओं के शरीर में थका थका महसूस करता हैं तथा उनके शरीर में ऊर्जा की कमी होती हैं।
पॉलिसिस्टक ओवेरियन सिंड्रोम का उपचार, मेडिकल साइंस के अनुसार अगर किसी महिला का पीरियड्स नॉर्मल नहीं हैं तो सबसे पहले उसे डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और डॉक्टर के द्वारा बताए गए डाइट चार्ट को फॉलो करनी चाहिए। साथ हीं महिलाओं को जंक फूड नहीं खानी चाहिए तथा उन्हें ऐसे आहार का सेवन करना चाहिए जिसमे फाइबर, आयरन के साथ साथ कैल्शियम की मात्रा मौजूद हो। इतना हीं नहीं शरीर में हार्मोन्स को बैलेंस करने के लिए प्रतिदिन व्यायाम करनी चाहिए। इससे ये समस्या ठीक हो जाएगी और महिलाओं का स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।

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