हेल्थ डेस्क: साइंस की बात करें तो हमारे समाज में लोगों का मानना हैं की सिर्फ महिलाएं हीं बांझ होती हैं। जिसके कारण उनका जनरेशन नहीं बढ़ पाता हैं। लेकिन मेडिकल साइंस के एक अध्ययन के अनुसार पुरुष भी बांझ होते हैं जिसके कारण उनका महिला पार्टनर गर्भवती नहीं हो पाती हैं। आज इसी संदर्भ में जानने की कोशिश करेंगे की पुरुषों के शरीर में ऐसा क्या होता हैं। जिसके कारण पुरुष बांझ हो जाते हैं और वो अपने जनरेशन को बढ़ा नहीं पाते हैं। साथ हीं साथ उस तकनीक के बारे में भी जानने की कोशिश करेंगे जिस तकनीक के द्वारा पुरुष पिता बन सकते हैं। तो आइये जानते हैं विस्तार से की महिलाएं ही नहीं पुरुष भी होते हैं बांझ, इस तकनीक से बन सकते हैं पिता।
साइंस, मेडिकल साइंस के एक अध्ययन के अनुसार कुछ अनुवांशिक गुणों के कारण पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं का निर्माण नहीं हो पाता हैं। जिसके कारण पुरुष बांझ हो जाते हैं और अपने जनरेशन को बढ़ाने में असमर्थ होते हैं। इतना हीं नहीं महिलाओं के स्पेशलिस्ट डॉक्टर सागरिका का कहना हैं की पुरुषों के सेहत पर भी उनके शरीर में होने वाले शुक्राणुओं का निर्माण निर्भर करता हैं। वैसे पुरुष जो शारीरिक रूप से अस्वस्थ होते हैं तथा जिनके शरीर में टीवी, डायबिटीज़ जैसी बीमारियां होती हैं वो पुरुष भी धीरे धीरे बांझ हो जाते हैं और उन्हें पिता बनने का सुख प्राप्त नहीं होता हैं।
इंटरसाईटोप्लास्मिक इंजेक्शन (ICSI), वैसे पुरुष जो पिता नहीं बन पा रहे हैं या बांझपन की समस्या से ग्रसित हैं वो पुरुष इंटरसाईटोप्लास्मिक इंजेक्शन तकनीक के द्वारा पिता बन सकते हैं। इस तकनीक में डॉक्टर पुरुष के शरीर के अंदर पाए जाने वाले शुक्राणु और महिला के अंडे को बाहर निकाल कर लैब में फ्रीजिंग करते हैं और कुछ दिन के बाद उसे महिला के गर्भाशय में प्रतिरोपित कर दिया जाता हैं। जिससे महिला गर्भवती हो जाती हैं और एक स्वस्थ्य और सेहतमंद बच्चे को जन्म देती हैं।
डॉक्टर सागरिका अग्रवाल का कहना हैं की अगर किसी पुरुष के शरीर में शुक्राणुओं की थोड़ी भी मात्रा मौजूद नहीं हैं तो उन पुरुषों को शुक्राणुदाता की शरण में जाने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं हैं। इसमें डॉक्टर आईवीएफ तकनीक के द्वारा किसी दूसरे पुरुष के शुक्राणु को इंजेक्शन के द्वारा महिलाओं गर्भाशय में डाल देते हैं जिससे महिला गर्भवती हो जाती हैं। इस तकनीक को अपना कर भी कोई कपल माता पिता बन सकता हैं।
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