दुनिया के 10 सबसे ज्यादा शिक्षित देश, जानें भारत की रैंकिंग

न्यूज डेस्क: इस दुनिया में सभी देश अपने शिक्षा पर जोर दे रहे हैं ताकि दुनिया में वो अपनी एक अलग पहचान बना सकें। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे ऑर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक को-ऑपरेशन एंड डेवलपमेंट की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के टॉप शिक्षित देश के बारे में। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।   
1 .सिंगापुर। 
ऑर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक को-ऑपरेशन एंड डेवलपमेंट की रिपोर्ट के अनुसार सिंगापुर दुनिया का सबसे पढ़ा-लिखा देश हैं। इस रिपोर्ट में सिंगापुर ने 6.3 का स्‍कोर प्राप्त किया और ये देश गणित और विज्ञान जैसे विषयों में दुनिया की सबसे बेहतरीन शिक्षा पद्धति के लिए जाना जाता है।

2. फिनलैंड्स। 
इस रिपोट के अनुसार फिनलैंड्स इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं। इस देश का स्कोर 6.2 है। यहां के ज्यादा तर लोग पढ़े लिखे हैं। 

3. नीदरलैंड्स
 नीदरलैंड्स का स्तर शिक्षा में काफी अच्छा हैं। इसलिए इस देश का स्कोर 6.1 है। यहाँ की सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में काफी प्रयास किये जाते हैं। जो दुनिया में लिए ये प्रेरणा का स्रोत हैं। 

4. स्विट्ज़रलैंड। 
पूरी दुनिया में सबसे खूबसूरत पहचाने जाना वाला ये देश पढ़ाई के क्षेत्र में भी काफी आगे है।यहाँ की कुल जनसँख्या में 25-64 साल के लगभग 86% लोग शिक्षित हैं। इस लिस्ट में इसका नंबर चौथा हैं। 

5. बेल्जियम। 
बेल्जियम में शिक्षा के छेत्र में पांचवे नंबर पर हैं। बेल्जियम के केवल 3 प्रतिशत नागरिक ऐसे होते हैं जो उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी बेरोजगार रह जाते हैं और इसलिए बेल्जियम का स्कोर 6.0 है।

6. डेनमार्क। 
इस लिस्ट में 5.9 के स्कोर के साथ डेनमार्क छठे नंबर पर रहा है लेकिन अगर शिक्षा पर सबसे ज़्यादा खर्चा करने वाले देशों की बात की जाए तो ऐसे देशों में डेनमार्क शीर्ष पर है। 

7. नॉर्वे। 
5.9 स्कोर के साथ ये देश सातवें स्थान पर है। यहां के भी ज्यादा तर लोग पढ़े-लिखे हैं। 

8. अमेरिका 
इस लिस्ट में अमेरिका का स्कोर भी 5.9 है और इसके साथ अमेरिका आठवें नम्बर पर है। 

9. ऑस्ट्रेलिया 
ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 5.9 है। इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया 9वें नंबर पर हैं। 

10. न्यूजीलैंड 
 इस देश का स्कोर 5.9 हैं और इसा लिस्ट में इसका स्थान 10 हैं। 

अगर भारत की बात की जाए तो शिक्षित देश के लिस्ट में भारत का स्थान 131 हैं। जिसका सबसे बड़ा कारण भारत की गरीबी और जनसंख्या हैं।

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