न्यूज डेस्क: आपने अक्सर दुनिया के बड़े और ताकतवर देश के बारे में सुना होगा। लेकिन आज हम आपको बताएंगे दुनिया के सबसे छोटे देश के बारें में जिन देशों को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त हैं। कुछ देशों की जनसँख्या 1000 से भी कम हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
वैटिकन सिटी।
यूरोप महाद्वीप में स्थित यह देश दुनिया का सबसे छोटा देश माना जाता है। सिर्फ 44 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में बसे इस देश की जनसंख्या मात्र 840 है।इसके बावजूद इस देश को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है। आपको बता दें की इसके अपने सिक्के, अपना डाक विभाग और अपना रेडियो आदि हैं।
मोनैको।
मोनैको दुनिया का दूसरा सबसे छोटा देश हैं। यह देश फ्रांस और इटली के बीच समुद्र किनारे बसा हुआ है। 2.02 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैले इस देश की कुल आबादी 2016 की गणना के अनुसार लगभग 38,499 है। इस देश को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है।
नौरु।
दुनिया का तीसरा सबसे छोटा देश नौरु हैं। जो प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप हैं। इस देश का क्षेत्रफल 21.3 वर्ग किलोमीटर है। इस देश को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है। 2016 की जनसंख्या गणना के अनुसार इस देश की कुल आबादी करीब13,049 है।
तुवालु।
तुवालु दुनिया के चौथे सबसे छोटे देश है। यह प्रशांत महासागर में स्थित है। इसका क्षेत्रफल 26 वर्ग किलोमीटर है। इस देश की आबादी लगभग 11,097 है।
सैन मैरिनो।
सैन मैरिनो यूरोप का सबसे पुराना देश माना जाता है। यह विश्व का पांचवा सबसे छोटा देश है। 61 वर्ग किलोमीटर में फैले इस देश की जनसंख्या तकरीबन 33,203 है। इस देश को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है।
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