डॉक्टरों की हैंडराइटिंग क्यों होती है इतनी खराब, जानें वजह

हेल्थ डेस्क: आपने अक्सर देखा होगा की डॉक्टर जो लिखते हैं उसे पढ़ पाना मुश्किल होता हैं। लेकिन आपके कभी सोचा हैं की डॉक्टर आखिर इतना ख़राब क्यों लिखते हैं। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे उन वजहों के बारे में जिन वजहों के कारण डॉक्टर की  हैंडराइटिंग ख़राब होती हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से। 
1 .आपको बता दें की डॉक्टरों का मेडिकल जार्गन यानी शब्दावली भी डॉक्टरों की खराब लिखावट के लिए जिम्मेदार है। जरा सोचिए epididymitis नाम की कोई बीमारी हो जिसे बिना स्पेलिंग चेक किए हुए लिखना पड़े तो आप सोच में पड़ जाएंगे। इसी तरह कई मेडिकल टर्म्स हैं जिन्हें अगर डॉक्टर प्रिस्क्रिप्शन पर लिखना शुरू करें तो मरीज भी कन्फ्यूज हो जाएगा। इसलिए डॉक्टर इसे शार्ट टर्म्स में लिखते हैं ये केमिस्ट को समझ में आ जाती है।

2 .डॉक्टर प्रतिदिन 50 से अधिक मरीज के लिए दवा लिखते हैं। बीमारी के मुताबिक सही दवाइयां प्रिस्क्राइब करना, ये कोई आसान काम नहीं है। रेग्युलर केसेज के साथ-साथ इमरजेंसी केस भी डॉक्टरों को देखना पड़ता है। इस वजह से भी डॉक्टरों की हैंडराइटिंग को पढ़ना मुश्किल हो जाता है।

3 .कुछ जानकारों की मानें तो डॉक्टर प्रतिदिन कई तरह के दवा लिखते हैं। जिसके कारण हाथों के मसल्स थक जाते हैं। जिससे उनकी हैंडराइटिंग ख़राब हो जाती हैं। इसलिए वो किसी भी दवा का नाम पूरा ना लिखकर शार्ट टर्म्स में लिखने लगते हैं। 

4 .कई बार हकीकत ये भी है कि ज्यादातर डॉक्टर हड़बड़ी में रहते हैं क्योंकि उन्हें एक निश्चित समय में बहुत सारे मरीजों को अटेंड करना होता है। लिहाजा कम समय और हड़बड़ी की वजह से भी डॉक्टरों की लिखावट खराब हो जाती है। 

0 comments:

Post a Comment