पूजा विधि : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मां ब्रह्मचारिणी को दूध, दही, शर्करा, घृत और शहदु से स्नान कराएं। इसके बाद स्थापित कलश, नवग्रह की पूजा करें। मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करते समय पूजा में पुष्प, अक्षत, रोली, चंदन को शामिल करें। साथ ही साथ सच्चे मन से मां ब्रह्मचारिणी की आराधना करें। इससे आपको शुभ फल की प्राप्ति होगी तथा जीवन की परेशानियां समाप्त हो जाएगी।
मुहूर्त : मां ब्रह्मचारिणी की पूजा सुबह के समय करना लाभकारी माना जाता हैं। इसलिए आप सुबह में स्नान करने के बाद मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करें। ये आपके लिए सबसे शुभ मुहूर्त हैं।
आपको बता दें की मां ब्रह्मचारणी की पूजा से मंगल ग्रह की अशुभता को दूर किया जाता हैं। इससे मंगल दोष से भी मुक्ति मिल जाती हैं और जीवन में उत्पन सारे संकट समाप्त हो जाते हैं। इसलिए आप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा जरूर करें।
0 comments:
Post a Comment