धर्म डेस्क: भगवान शिव देवों के देव हैं। इन्हे महादेव भी कहा जाता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं की भगवान शिव के कितने रूद्र अवतार हैं और ये अवतार भगवान शिव ने क्यों लिया था। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे भगवान शिव के रुद्र अवतार के बारे में। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव के 11 रुद्र अवतार हैं।
जिसका नाम इस प्रकार हैं।
1- कपाली
2- पिंगल
3- भीम
4- विरुपाक्ष
5- विलोहित
6- शास्ता
7- अजपाद
8- अहिर्बुधन्य
9- शंभु
10- चण्ड
11- भव
क्यों लिए रुद्र अवतार।
पुराणों के अनुसार एक बार दानवों ने देवताओं को हरा कर उन्हें स्वर्ग से बाहर निकाल दिया था। सभी देवता बड़े दु:खी मन से अपने पिता कश्यप मुनि के पास गए। उन्होंने पिता को अपने दु:ख का कारण बताया।
आपको बता दें की कश्यप मुनि परम शिवभक्त थे। उन्होंने काशी जाकर भगवान शिव की पूजा-अर्चना शुरु कर दी। उनकी सच्ची भक्ति देखकर भगवान भोलेनाथ प्रसन्न हुए और दर्शन देकर वर मांगने को कहा। कश्यप मुनि ने देवताओं की भलाई के लिए उनके यहां पुत्र रूप में आने का वरदान मांगा।
भगवान शिव ने कश्यप को वर दिया और वे उनकी पत्नी सुरभि के गर्भ से ग्यारह रुपों में प्रकट हुए। यही ग्यारह रुद्र कहलाए। तभी से भगवान शिव को रुद्र भी कहा जाता हैं।
ये देवताओं के दु:ख को दूर करने के लिए प्रकट हुए थे इसीलिए इन्होंने देवताओं को पुन: स्वर्ग का राज दिलाया। पुराणों के अनुसार यह ग्यारह रुद्र सदैव देवताओं की रक्षा के लिए स्वर्ग में ही रहते हैं।
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