धर्म डेस्क: शास्त्रों की बात करें तो महामृत्युंजय मंत्र को दुनिया का सबसे शक्तिशाली मंत्र माना जाता हैं। ऋषि-मुनियों ने महामृत्युंजय मंत्र को वेद का ह्रदय कहा है। चिंतन और ध्यान के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अनेक मंत्रों में गायत्री मंत्र के साथ इस मंत्र का सर्वोच्च स्थान है। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे महामृत्युंजय मंत्र के लाभ के बारे में। साथ ही साथ इस मंत्र के जाप के तरीकों को भी जानेंगे। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
महामृत्युंजय मंत्र इस प्रकार है :
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
महामृत्युंजय मंत्र के लाभ :
इस मंत्र के जाप से घर परिवार मे सुख, सम्रद्बि और शांति बनी रहती रहती है।
अगर आप रोजाना इस मंत्र का जाप करते हैं। तो जिवन मे आगे बढते जाते है आप।
महामृत्युंजय मंत्र जाप से धन प्राप्त होता हैं। साथ ही साथ जीवन में कभी भी दरिद्रता नहीं आती हैं।
महामृत्युंजय मंत्र का जाप जो आप सोच के करते वह कार्य सफल होता हैं।
महामृत्युंजय मंत्र जप करने कि विधि :
सुबह स्नान करते समय गिलास मे पानी लेकर मुह गिलास के पास रखकर ग्यारह बार मंत्र का जप करे फिर उस पानी को अपने उपर प्रवाह कर ले। इससे आपके जीवन पर महादेव कि कृपा बनी रहगी। साथ ही साथ आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होगी।
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