न्यूज डेस्क: आज के वर्तमान समय में साइंस और टेक्नोलॉजी जीतनी तेजी के साथ बढ़ रहा हैं। उतनी तेजी से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा हैं। जिससे जमीन के अंदर पानी की कमी होती जा रही हैं। जो इंसान के लिए खतरनाक हैं। आज इसी विषय में केंद्रीय भूमि जल बोर्ड (सीजीडब्ल्यूबी) के रिपोट के अनुसार जानने की कोशिश करेंगे भारत के उन शहरों के बारे में जिन शहरों में पानी की सबसे ज्यादा कमी हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
जल स्तर आंकड़ों का विश्लेषण दर्शाता है कि मॉनीटर किए गए लगभग 66 फीसदी जमीन के भूजल स्तरों में अधिकांशत: 0-2 मीटर की रेंज में कमी को दर्ज किया गया। हर साल भारत के कुछ शहरों में भूजल की तेजी से कमी हो रही हैं। जो उस शहर में रहने वाले लोगों के लिए एक चिंता का विषय हैं।
एक ताजा रिपोट के अनुसार देश के 18 शहरों के भागों में अलग-थलग पॉकेट में 4 मीटर से भी अधिक पानी की कमी पाई गई है। ये शहर हैं- मुंबई उपनगरीय, दिल्ली, हैदराबाद, नासिक, पुणे, इंदौर, ग्वालियर, गुवाहाटी, लुधियाना, अमृतसर, फरीदाबाद, वडोदरा, जयपुर, भुवनेश्वर, गाजियाबाद, कानपुर, लखनऊ और मेरठ शामिल हैं।
अगर समय से पहले इन शहरों के भूजल स्तर को बढ़ाने की कोशिश नहीं की गयी तो बहुत जल्द इन शहरों में पानी की भारी किल्लत हो जाएगी। क्यों की जमीन में पानी का स्तर तेजी के साथ कम हो जाता हैं।
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