न्यूज डेस्क: जब से केंद्र में अमित शाह गृहमंत्री बने हैं तब से देश में कई तरह के बड़े बड़े फैसले हो रहे हैं। नागरिकता कानून लागू होने के बाद देश के कई लोग हिंसा पर उतर आएं हैं जो देश के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं हैं। 2020 के बीच हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर अंतरराष्ट्रीय मीडिया में नरेंद्र मोदी सरकार की ख़ूब आलोचना हो रही है। विदेशी मीडिया में कहा जा रहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार इस हिंसा को रोकने में नाकाम रही। इस विरोध की आड़ में दिल्ली में जमकर हिंसा भी हो गई। भाजपा सरकार के लाख समझाने के बाद भी सीएए विरोधी सुनने के लिए तैयार नहीं हैं और इस कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
नागरिकता कानून को लेकर अमित शाह रैली को संबोधित कर रहे थे। रैली में उन्होंने बसपा, सपा, कांग्रेस से लेकर ममता बनर्जी पर जमकर सियासी वार किए। वहीं सीएए का विरोध कर रहे लोगों पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया। अमित शाह ने लोगों से पूछा कि क्या पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में उत्पीड़न के शिकार लोगों को नागरिकता नहीं देनी चाहिए। इसमें लोगों की क्या परेशानी हैं।
अमित शाह ने मुसलामानों के लिए कर दिया बड़ा ऐलान।
आपको बता दें की रैली में अमित शाह ने मुसलमानों से बड़ा वादा कर दिया। उन्होंने कहा कि एक भी मुसलमान की नागरिकता सीएए से नहीं जाने देंगे। आप चिंता ना करें। आप भारत के नागरिक हैं और हमेशा रहेंगे। शाह बोले कि सीएए के बारे में झूठ फैलाया जा रहा है कि इससे नागरिकता चली जाएगी। उन्होंने कहा कि इस कानून से किसी की नागरिकता नहीं जाने वाली है बल्कि इससे नागरिकता दी जाएगी। इसलिए मेरे मुसलमान भाई बहन चिंता ना करें।
0 comments:
Post a Comment