न्यूज डेस्क: आयुर्वेद में कई तरह के ऐसे पौधों का जिक्र किया गया हैं जो किसी अमृत से कम नहीं हैं। ये पौधों इंसान के आस पास ही मौजूद होते हैं। इन्हे 100 से ज्यादा बीमारियां ठीक हो जाती हैं। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे इन पौधों के बारे में जिनसे 100 से भी ज्यादा बीमारियां ठीक हो जाती हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
पीपल।
पीपल के पत्तों को उबाल कर चाय बनाकर पीने से शरीर को बीमारियों से लड़ने की शक्ति मिलती है। रोजाना इसकी चाय का सेवन करने से दिल स्वस्थ होने के साथ शरीर मे किसी भी हिस्से में सूजन की समस्या से राहत मिलती है। इसके अलावा जोड़ों का दर्द दूर होता है। यह बॉडी से यूरिक एसिड बाहर निकालने में मदद करता है। इसके साथ जोड़ो का दर्द, गठिया और किडनी आदि के मरीजों को आराम मिलता है। इसलिए इसे अमृत माना गया हैं।
पुनर्नवा।
यह पौधा भी किसी अमृत से कम नहीं हैं। इसका चूर्ण या काढ़ा बना कर पीने से पथरी, किडनी के रोगों के लिए फायदेमंद होता है। यह लिवर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। खून की कमी को दूर करने में बेहद असरदार होता है।
कचनार।
यह पौधा बेहद ही सुंदर होने के साथ काफी उपयोगी भी होता है। इसकी पत्तियों से थायरॉइड की बीमारी का इलाज करने के लिए दवा बनाई जाती है। इसके पौधे से बना चूर्ण और काढ़ा का सेवन करने से विभिन्न प्रकार के ट्यूमर्स और बीमीरियों से बचा जा सकता है।
बेल।
बेल के पत्ते औषधीय के तौर पर इस्तेमाल किए जाते है। इसके पत्ते का चूर्ण बनाकर सेवन करने से बवासीर के रोगियों के लिए वरदान साबित होता है। इसके फल से बना मुरब्बा पेट से संबंधित परेशानियों से राहत दिलाता है। इसके अलावा बेल के फल का शर्बत पीने से पाचन तंत्र बेहतर होता है।
धतूरा।
आयुर्वेद के अनुसार धतूरे की पत्तियों को पानी में उबालकर उससे सिर धोने से जुएं नही पड़ती है। इसके साथ ही इस पानी से सिकाई करने से बॉडी पेन और सूजन की समस्या से राहत मिलती है। धतूरे के पौधे को सरसों के तेल में हल्का गर्म कर मालिश करने से जोड़ों के दर्द से आराम मिलता है।
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