मिली जानकारी के मुताबिक हाइड्रोजन बम में Deuterium और Tritium का इस्तेमाल किया जाता है। ये बम हाइड्रोजन आइसोटोप्स के आपस में मिलने के सिद्धांत पर काम करता है। वैज्ञानिकों के अनुसार इस धमाके से उत्पन्न गर्मी सूरज के तापमान के बराबर होती है।
खबर के अनुसार भारत ने हाइड्रोजन बम का टेस्ट साल 1998 में किया था। यह टेस्ट दुनिया में हुए अबतक के सभी परमाणु टेस्टों से बेहतर था। भारत ने इस टेस्ट में 15 किलोटन का विखंडन (फिशन) उपकरण और 0.2 किलोटन का सहायक उपकरण शामिल किया था।
आपको बता दें की वर्तमान समय में आधिकारिक तौर पर सिर्फ अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस और भारत के पास ही हाइड्रोजन बम की ताकत मौजूद है। लेकिन वहीं दुनिया के नौ देश ऐसे हैं जिनके पास परमाणु बम की ताकत हैं।
0 comments:
Post a Comment