खबर के अनुसार झांसी के केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान में आयुर्वेदिक चूर्ण, आयुर्वेदिक टैबलेट, तेल-घृत, भस्म समेत 169 प्रकार की दवाइयों का उत्पादन किया जाएगा। इन सभी दवाइयों को करीब 27 आयुर्वेदिक अस्पतालों में सप्लाई की जाएगी।
सीएआरआई के प्रभारी सहायक निदेशक डॉ. जी बाबू ने जानकारी देते हुए बताया है कि संस्थान में बनने वाली 169 प्रकार की दवाइयों की गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखा जाएगा। कंपनियों से कच्चे माल की खरीद के बाद उसे प्रयोगशाला में जांच किया जायेगा।
आपको बता दें की झांसी केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान के प्रयोगशालाओं को भारतीय गुणवत्ता परिषद (राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड) द्वारा एनएबीएल मान्यता प्रदान की गई है। यहां उच्च और अच्छी गुणवत्ता वाली दवाएं तैयार की जाएगी।
0 comments:
Post a Comment