सरकार के इस फैसले से बिहार के 38.81 लाख किसानों को सीधे लाभ होगा। यह कदम किसानों को खेती के कामों के लिए सस्ता और आसानी से उपलब्ध ऋण प्राप्त करने में मदद करेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद मिलेगी।
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) का महत्व
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) एक विशेष योजना है, जिसके तहत किसानों को उनकी कृषि जरूरतों के लिए समय पर और आसान शर्तों पर कर्ज दिया जाता है। यह योजना किसानों को खेती, फसल की खरीदारी, बीज, खाद, और अन्य कृषि उपकरणों के लिए ऋण लेने का अवसर प्रदान करती है। किसानों को इस कार्ड से कई तरह के लाभ मिलते हैं, जिनमें सस्ती ब्याज दर, ऋण की जल्दी उपलब्धता, और आसान प्रक्रिया शामिल हैं।
अब तक, किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा 3 लाख रुपये थी, लेकिन इसे बढ़ाकर 5 लाख रुपये करने से किसानों को और अधिक वित्तीय मदद मिल सकेगी। इस निर्णय से खासकर छोटे और मझोले किसानों को भारी लाभ होगा, जिन्हें खेती के लिए अतिरिक्त पूंजी की जरूरत होती है।
किसानों को मिलेंगी ये सुविधाएं
सस्ती ब्याज दर: किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लेने पर किसानों को 2 प्रतिशत की ब्याज दर में छूट मिलती है, जिससे उन्हें सस्ता लोन मिलता है।
क्विक रीपेमेंट इंसेटिव: यदि किसान समय पर या समय से पहले अपना लोन चुकता करते हैं, तो उन्हें 3 प्रतिशत का क्विक रीपेमेंट इंसेटिव दिया जाता है।
बीमा कवर: किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसानों को फसल बीमा, दुर्घटना बीमा, स्वास्थ्य बीमा, और परिसंपत्ति बीमा का भी कवर मिलता है, जिससे उनकी सुरक्षा बढ़ जाती है।
सरल प्रक्रिया: किसान क्रेडिट कार्ड से लोन प्राप्त करने की प्रक्रिया बेहद सरल और सुगम है, जिससे किसानों को लोन लेने में कोई परेशानी नहीं होती।
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