ऊर्जा सखी का उद्देश्य और भूमिका:
ऊर्जा सखी का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में सोलर ऊर्जा उपकरणों का प्रचार-प्रसार करना और लोगों को इस पर्यावरणीय रूप से सुरक्षित ऊर्जा स्रोत को अपनाने के लिए प्रेरित करना है। इन ऊर्जा सखियों को सोलर दीदी के नाम से भी जाना जाएगा। इनका काम महिलाओं को सोलर उपकरणों जैसे सोलर आटा चक्की, सोलर वाटर पंप, सोलर कोल्ड स्टोरेज, और सोलर फूड प्रोसेसिंग मशीन लगाने के लिए प्रेरित करना होगा।
ऊर्जा सखी, खासतौर पर गांवों में, महिलाओं को सोलर ऊर्जा की तकनीकी जानकारी देगी और उन्हें यह समझाएगी कि कैसे ये उपकरण उनके जीवन को सरल बना सकते हैं। इस पहल से न केवल ऊर्जा के संरक्षण में मदद मिलेगी, बल्कि ग्रामीण महिलाओं की आत्मनिर्भरता भी बढ़ेगी।
सोलर दुकानों की स्थापना:
हर ब्लॉक में चार सोलर दुकानें खोली जाएंगी, जो पूरे जनपद में दुकानें बनेंगी। इन दुकानों पर सोलर सिस्टम से संबंधित सभी सामान उपलब्ध होगा, और वह भी सरकारी रेट पर। यह कदम ग्रामीणों को सस्ते और सुलभ तरीके से सोलर उपकरण प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा।
सोलर दुकानों की स्थापना, सरकार के प्रयासों को और मजबूत बनाएगी ताकि लोग सोलर ऊर्जा के उपकरणों को अधिक से अधिक इस्तेमाल करें। यह कदम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि सोलर ऊर्जा के उपयोग से पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम होगी और प्रदूषण में भी कमी आएगी।
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