भारत के वैज्ञानिकों ने बनाए हैं ये 5 खतरनाक हथियार, दुनिया मानती है लोहा

न्यूज डेस्क: आज के वर्तमान समय में भारत साइंस और टेक्नोलॉजी की दुनिया किसी देश से कम नहीं हैं। भारत के वैज्ञानिक आज ऐसी ऐसी चीजें बना रहें हैं। जिसका लोहा पूरी दुनिया मानती हैं। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे कुछ ऐसे खतरनाक हथियार के बारे में जिस हथियार को भारत के वैज्ञानिकों ने बनाया हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से। 
धनुष होविट्जर। 
यह 155 एमएम की धनुष होविट्जर स्वदेश में बनी तोप है, ये बोफोर्स से बेहतर गन है। गन की रेंज 38 किलोमीटर है और 15 सेकेंड में 3 गोले दाग सकती है। इसे भारत के वैज्ञानिकों ने अपनी मेहनत से बनाई हैं। 

नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल। 
आपको बता दें की नाग इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोगाम के तहत स्वदेशी एंटी टैंक मिसाइल है। 7 से 8 किलोमीटर तक वार करने वाली मिसाइल दागो और भूल जाओ पर काम करने वाली तीसरी पीढी की सबसे खतरनाक मिसाइल हैं। इसकी लोहा दुनिया मानती हैं। 

पिनाक मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर। 
पिनाक मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम जिसे डीआरडीओ ने डेवलप किया है, और एलएंडटी और टाटा ग्रुप की कंपनियों के साथ मिलकर इसको और बेहतर बनाया जा रहा है। इस रॉकेट लॉन्चर की लोहा पूरी दुनिया मानती हैं। 

एचएएल ध्रुव मल्टीरोल यूटिलिटी हेलीकॉप्टर। 
ध्रव एचएएल के द्वारा बनाया गया हल्का हेलीकॉप्टर है। इस हेलीकॉप्टर की रेंज 800 किलोमीटर है और ये 20 हजार फीट का उंचाई तक उड़ान भर सकता है सेना, नेवी और एयरफोर्स में शामिल इन हेलीकॉप्टर  को एक खतरनाक हथियार के रूप में देखा जाता हैं। 

तेजस। 
सिर्फ 13 मीटर लंबा 8 मीटर चौड़ा और साढे 4 मीटर ऊंचा तेजस दुनिया का सबसे छोटा लेकिन अपनी कैटेगरी का सबसे घातक फाइटर प्लेन में शामिल है। यह भारत में बना एक मल्टीरोल सुपरसोनिक फाइटर प्लेन है। 

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