न्यूज डेस्क: आज के वर्तमान समय में केंद्र में एक मजबूत सरकार हैं। लेकिन फिर भी भारत में सबसे ज्यादा परेशानी नौकरी की हैं। बीबीसी की एक ताजा रिपोट बताती हैं की पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा बेरोजगारी भारत में हैं। जो देश के लिए एक चिंता का विषय हैं। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे की केंद्र की मोदी सरकार सालाना कितनी नौकरियां देती हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
एक अनुमान के मुताबिक़ हर साल भारत में 1.2 करोड़ नए लोग रोज़गार की तलाश में आते हैं। जिसमे से 30 से 40 लाख लोगों को रोजगार मिल पाता हैं। भारत की बढ़ती जनसंख्या देश के लिए सबसे बड़ी चिंता हैं। क्यों की जिस रफ़्तार से जनसंख्या बढ़ रही हैं। उस रफ्तार से बेरोजगारी को कम करना किसी भी सरकार के लिए मुश्किल हैं। इसलिए इसपर सरकार से ज्यादा देश की जनता को भी सोचने की ज़रूरत हैं।
पिछले तीन सालों से रोज़गार के अवसर में 50 से 60 प्रतिशत की गिरावट आई है। यानी पहले अगर 100 लोगों को नौकरी मिलती थी, वो अब घटकर 40 या 50 के आसपास आ गई है। 2010 में यूपीए के कार्यकाल के दौरान जहां 10 लाख लोगों को रोज़गार मिलता था, वहीं अब केवल डेढ़ या दो लाख लोगों को ही रोज़गार मिल पा रहा है। कुछ जानकर ये भी कहते हैं की यूपीए सरकार भी नौकरी देने में पीछे थी।
हालांकि बहुत से छेत्र ऐसे हैं जहां मोदी सरकार आने के बाद रोजगार के अवसर बढ़ें हैं। जैसे आईटी, चमड़ा उद्योग, पर्यटन, टेक्सटाइल में सबसे ज़्यादा रोज़गार के अवसर आ हैं। भारत में बिजनेस करना पहले के मुकाबले आसान हो गया हैं। बहुत से लोग लोन निकालकर बिजनेस कर रहें। इससे भी बेरोजगारी में कमी आ रही हैं।

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