न्यूज डेस्क: चीन सीमा पर तनाव के बीच आज भारतीय वायुसेना में राफेल की एंट्री हो गई हैं। आ रही जानकारी के मुताबिक आज से भारतीय वायुसेना किसी भी युद्ध या मिसन में राफेल फाइटर जेट का इस्तेमाल करेगी। राफेल के वायुसेना में शामिल होने से दुश्मनों में खलबली मच गई हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षामंत्री की मौजूदगी में अंबाला एयरबेस पर पांच राफेल विमान भारतीय वायुसेना में शामिल हो गई हैं। यह विमान युद्ध में एक गेमचेंजर साबित हो सकता हैं तथा युद्ध में दुश्मनों को तबाह कर सकता हैं। इस फाइटर जेट से सबसे ज्यादा परेशानी चीन को हो रही हैं। क्यों की इस राफेल से भारतीय वायुसेना की ताकत दोगुनी हो गई हैं।
आपको बता दें की राफेल 4.5वीं पीढ़ी का विमान है, जिसमें राडार से बच निकलने की युक्ति है। ये दुश्मनों के एयरडिफ़ेंस सिस्टम को भी भेद सकता हैं। राफेल विमान में दो इंजन लगें। इसकी रफ़्तार 2,130 किमी/घंटा है और इसकी मारक क्षमता 3700 किमी. तक है। राफेल की सबसे बड़ी खाशियत यह है की ये लेह जैसी जगहों और काफी ठंडे मौसम में भी तेजी से काम कर सकता है। यह हवा से हवा में और हवा से जमीन पर हमले कर सकता है।
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