1. जामुन (Jamun)
जामुन का सेवन बवासीर के इलाज के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसमें तंत्रिका तंत्र को शांत करने के गुण होते हैं और यह रक्तसंचार को भी बेहतर करता है। जामुन में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन और जलन को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, जामुन का रस पीने से आंतों की सफाई भी होती है, जिससे बवासीर की समस्या में राहत मिलती है।
कैसे इस्तेमाल करें: जामुन के फल का ताजा रस निकालें और उसे रोजाना एक गिलास पीने की आदत डालें।
2. जई (Oats)
जई का सेवन बवासीर के इलाज में कारगर है, क्योंकि इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो पाचन क्रिया को सही करती है और कब्ज़ से बचाती है। कब्ज़ से बवासीर की समस्या और बढ़ सकती है, इसलिए जई का नियमित सेवन फायदेमंद है। जई आंतों के लिए एक प्राकृतिक रेचक की तरह काम करता है।
कैसे इस्तेमाल करें: आप जई का दलिया बना सकते हैं और उसमें फलों को मिला कर खा सकते हैं। यह एक अच्छा और स्वस्थ नाश्ता है।
3. गेहूं का चोकर (Wheat Bran)
गेहूं के चोकर में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर दोनों होते हैं, जो पाचन क्रिया को सुधारते हैं। यह आंतों की सफाई करता है और मल को नरम बनाए रखता है, जिससे बवासीर के लक्षणों में राहत मिलती है। गेहूं के चोकर का सेवन कब्ज़ को दूर करने में सहायक है और यह बवासीर के दर्द को भी कम करता है।
कैसे इस्तेमाल करें: आप गेहूं के चोकर को रोज़ सुबह पानी के साथ या दलिये में डाल कर खा सकते हैं।
4. कीवी (Kiwi)
कीवी में फाइबर की अधिक मात्रा होती है, जो कब्ज़ को दूर करने में मदद करता है और बवासीर के लक्षणों को कम करता है। इसमें विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो सूजन को कम करने और रक्तसंचार को बेहतर बनाने में सहायक हैं। कीवी का सेवन आंतों की सेहत को सुधारता है और बवासीर के इलाज में सहायक होता है।
कैसे इस्तेमाल करें: रोज़ एक कीवी खाएं। इसे अकेले या सलाद में भी मिला सकते हैं।
5. अलसी बीज (Flax Seeds)
अलसी के बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो बवासीर के इलाज में मदद करते हैं। यह आंतों की सफाई करते हैं और कब्ज़ को दूर करते हैं, जिससे बवासीर के लक्षणों में सुधार होता है। इसके अलावा, अलसी का सेवन सूजन और दर्द को भी कम करता है।
कैसे इस्तेमाल करें: अलसी के बीजों को पीस कर पानी या दही में मिला कर खा सकते हैं। इसे रोज़ एक चम्मच खाने की आदत डालें।
6. चिया बीज (Chia Seeds)
चिया बीज में भी फाइबर की अधिक मात्रा होती है, जो पाचन को बेहतर करता है और कब्ज़ से बचाता है। चिया बीजों में एंटीऑक्सीडेंट्स और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं, जो सूजन और जलन को कम करने में सहायक होते हैं। यह बवासीर के दर्द और सूजन को कम करने के लिए बहुत फायदेमंद है।
कैसे इस्तेमाल करें: चिया बीजों को पानी में भिगो कर रात भर छोड़ दें और फिर उसे सुबह खाली पेट खा सकते हैं।
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