हेल्थ डेस्क: आयुर्वेद विज्ञान में कई तरह के ऐसे पत्ते हैं जो हर रोग का काल है। इसके सेवन से शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत हो जाता हैं। जिससे शरीर की सभी बीमारियां दूर हो जाती हैं और इंसान खुद को स्वस्थ और ऊर्जावान महसूस करता हैं। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे उस पत्ते के बारे में जो पत्ता हर रोज का काल हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार हैं।
नीम, तुलसी, बबूल, बड़ और बेर के पत्ते :
आपको बता दें की आयुर्वेद में इन पत्तों को औषधियों का राजा माना गया हैं। ये पत्ते कई तरह की बीमारियों में घरेलू नुस्खों के तौर पर इस्तेमाल होते हैं। चर्मरोग से लेकर मंसूड़ों की समस्या और बालों के झड़ने की दिक्कत तक में ये पत्ते अंग्रेजी दवाओं से ज्यादा कारगर साबित होते हैं। इससे शरीर का इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता हैं।
इसके फायदे :
1 .आयुर्वेद के अनुसार अगर आप सुबह खाली पेट नीम के 10-12 पत्तियों को पीसकर पीते हैं तो आपको कभी चर्मरोग नहीं होगा। इसके अलावा नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर सिर धोने से बाल झड़ने की समस्या भी खत्म हो जाएगी। इससे बालों में चमक बनी रहती हैं।
2 .अगर आप रोज सुबह तुलसी के पत्ते की चाय पीते हैं या फिर नियमित तौर पर तुलसी के पत्ते खाते हैं तो आपको कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है। इससे शरीर की इम्युनिटी बेहतर रहती हैं तथा शरीर में बीमारी होने के चांस कम जाते हैं।
3 .बबूल की पत्तियों को पानी में उबालकर कुल्ला करने से दांत व मसूड़े मजबूत होते हैं तथा दांत संबंधित बीमारी होने के चांस कम जाते हैं।
4 .आयुर्वेद के अनुसार बेर की पत्तियों व नीम की पत्तियों को बारीक पीसकर नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाने से बाल मजबूत होते हैं और बाल झड़ने की समस्या भी दूर होती है।
5 .बड़ के दूध में नींबू का रस मिलाकर सिर पर लगाने और फिर धो लेने से बाल झड़ने की समस्या दूर हो जाती है तथा बाल मजबूत और घने होते हैं।
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