न्यूज डेस्क: भारत-इजराइल की दोस्ती सदियों पुरानी हैं। लेकिन जब से भारत में मोदी सरकार आई हैं तब से भारत और इजराइल की दोस्ती और भी गहरी हो गई हैं। आपको बता दें की अपने पुराने रुख के उलट जाकर भारत ने संयुक्त राष्ट्र (UN) की आर्थिक और सामाजिक परिषद (ECOSOC) में इज़रायल के समर्थन में मतदान किया था। इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब भारत ने खुले तौर पर इजराइल का समर्थन किया था।
आपको बता दें की यह वोटिंग संयुक्त राष्ट्र में फिलस्तीन के मानवाधिकार संगठन 'शहीद' को पर्यवेक्षक का दर्जा देने के लिए हुई थी. इजरायल के पक्ष में भारत के अलावा अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, जापान, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया और कनाडा ने मतदान किया.
वहीं दूसरी तरफ चीन, रूस, साऊदी अरब, पाकिस्तान सहित कुछ अन्य देशों ने फिलस्तीन की संस्था के पक्ष में वोट किया. शहीद को संयुक्त राष्ट्र में पर्यवेक्षक का दर्जा देने का प्रस्ताव 28-14 के अनुपात से खारिज हो गया. इससे भारत और इजराइल की दोस्ती और भी मजबूत हो गयी हैं।
भारत के इस कदम से भारत में इज़रायल की राजदूत माया कदोष ने ट्वीट कर भारत का आभार जताया. उन्होंने लिखा, 'संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के साथ खड़ा होने और पर्यवेक्षक का दर्जा हासिल करने के आतंकवादी संगठन शहीद के अनुरोध को खारिज करने के लिए भारत का लाख लाख शुक्रिया.
0 comments:
Post a Comment