एक रिपोट के मुताबिक चीन के लिए चिंता का सबसे बड़ा कारण मल्लका जलसंधि हैं। आपको बता दें की यह मल्लका जलसंधि हिंद महासागर में पड़ता हैं। इस जलमार्ग से चीन का अधिकांश कारोबार होता हैं। अगर भारत इस जलमार्ग को रोक दिया तो चीन की हालत खराब हो जाएगी और उसे आर्थिक रूप से बर्बाद होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
साल 2003 में चीनी मीडिया से लेकर राष्ट्रपति हू जिंताओ ने भी इस पर चिंता जताई थी। क्यों की युद्ध के हालात में भारत ऐसा करने से बिल्कुल भी पीछे नहीं हटेगा। जानकार बताते हैं की अगर भारत इस जलमार्ग को रोक दिया तो चीन को एक साल में 84 अरब से लेकर 200 अरब डॉलर तक का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।
आपको बता दें की इसी मल्लका जलसंधि के द्वारा चीन का 80 फीसदी कारोबार होता हैं। हालांकि चीन इसका विक्लप थाईलैंड की ओर से ढूंढने की कोशिश कर रहा हैं। लेकिन थाईलैंड ने मना कर दिया हैं। जिससे ड्रैगन की टेंशन बढ़ी हुई हैं और उसकी गर्दन भारत के हाथ में हैं।
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