गर्भवती महिला को उल्टी होना सही होता है या गलत, जानिए

हेल्थ डेस्क: साइंस की बात करें तो जब कोई महिला गर्भवती होती हैं तब उनके शरीर में उल्टी होने की समस्या उत्पन हो जाती हैं। यह समस्या कुछ महिलाओं को ज्यादा होती हैं तथा कुछ को कम होती हैं। लेकिन सभी महिलाओं के मन में इस बात की चिंता बनी रहती हैं की उल्टी होने से उनके शरीर पर कोई गलत प्रभाव तो नहीं पड़ेगा। आज इसी संदर्भ में जानने की कोशिश करेंगे की गर्भवती महिला को उल्टी होना सही होता हैं या गलत। साथ हीं साथ ये भी जानने की कोशिश करेंगे की गर्भावस्था में उल्टी की समस्या क्यों उत्पन होती हैं। तो आइये जानते हैं विस्तार से। 

1 .जब कोई महिला गर्भवती होती हैं तब उनके गर्भाशय में भूर्ण का निर्माण होने लगता हैं। इस दौरान महिलाओं के शरीर में पानी की कमी हो जाती हैं। जिससे महिलाओं का जी मितलाने लगता हैं और उन्हें उल्टी होने लगती हैं। यह एक नॉर्मल समस्या हैं। इससे महिलाओं को बिल्कुल भी नहीं घबराना चाहिए। लेकिन जैसे जैसे समय बीतता जाता हैं महिलाओं के शरीर में उल्टी होने की समस्या कम हो जाती हैं। ये महिलाओं के लिए सही माना जाता हैं। 

2 .गर्भधारण करने के 3 महीने के अंदर गर्भवती महिला को जो उल्टी होती हैं वो उनके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए सही माना जाता हैं। लेकिन 3 महीने के बाद भी अगर उल्टी की समस्या होती हैं तो ये गर्भवती महिला के लिए सही नहीं होता हैं। इससे बच्चे के विकास में बाधा पहुंचती हैं तथा महिलाएं शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर हो जाती हैं। अगर किसी महिला को 3 माह बाद भी उल्टी की समस्या होती हैं तो उसे डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और थोड़ी थोड़ी देर पर पानी पीते रहना चाहिए। 

3 .अगर किसी गर्भवती महिला को ज्यादा उल्टी होती हैं तो ये भी उस महिला के लिए सही नहीं होता हैं। क्यों की ज्यादा उल्टी होने से महिलाओं का पाचन तंत्र कमजोर हो जाता हैं तथा उनके पेट में गैस और कब्ज की समस्या उत्पन हो जाती हैं। जिसके कारण महिलाएं खुद को अस्वस्थ महसूस करती हैं। इस उल्टी की समस्या से छुटकारा पाने के लिए महिलाएं नारियल पानी का सेवन कर सकती हैं। इससे गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ भी अच्छा रहता हैं और शरीर में पानी की भी कमी नहीं होती हैं। 

4 .गर्भावस्था के छठे महीने में बच्चे का विकास लगभग पूर्ण हो जाता हैं तथा पेट में बच्चा महसूस होने लगता हैं। इस दौरान उल्टी होना गर्भवती महिलाओं के लिए गलत होता हैं। इसका सीधा असर नवजात के शरीर पर पड़ता हैं। इसलिए अगर किसी गर्भवती महिला को छठे महीने में उल्टी होती हैं तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। क्यों की इस दौरान उल्टी होने से बच्चा गर्भाशय में मूव कर जाता हैं। जिससे महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। 

5 .गर्भावस्था के आठमें महीने में उल्टी होना गर्भवती महिला के साथ उनके पेट में पल रहे बच्चे के लिए खरतनाक माना जाता हैं। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे के मांसपेशियों में खिचाव आने का खतरा रहता हैं। इसलिए इस दौरान सभी गर्भवती महिला को सतर्क रहना चाहिए और अगर उल्टी होती हैं तो तुंरत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ताकि उनके किसी बड़ी परेशानी का सामना करना ना पड़ें।  

   

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