न्यूज डेस्क: आज के वर्तमान समय में बहुत से लोग UPSC और BPSC की तैयारी करते हैं। लेकिन लोगों को इसके बारे में सही जानकारी नहीं होती हैं की UPSC और BPSC में कितना अंतर होता हैं। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे की UPSC और BPSC में कितना अंतर हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
UPSC और BPSC में कितना अंतर हैं।
1 .UPSC का अर्थ संघ लोक सेवा आयोग हैं जो पुरे देश में भारतीय सिविल सर्विसेस परीक्षा का आयोजन करती हैं। जिससे लोग भारत के कई हिस्सों में बड़े अधिकारी बनते हैं। जबकि BPSC का अर्थ बिहार संघ लोक सेवा आयोग हैं जो सिर्फ बिहार में सिविल सर्विसेस परीक्षा का आयोजन करती हैं। इससे सिर्फ बिहार में अधिकारी बनते हैं।
2 .UPSC से बने अधिकारी केंद्र सरकार द्वारा स्थापित केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (सीएटी) लोक सेवकों की भर्ती और सेवा संबंधित सभी मामलों का फैसला करता है। जबकि BPSC के द्वारा बने अधिकारी बिहार सरकार के विशेष अनुरोध पर केंद्र सरकार द्वारा स्थापित राज्य प्रशासनिक न्यायाधिकरण (एसएटी) राज्य सरकार के कर्मचारियों की भर्ती और सेवा संबंधित सभी मामलों का फैसला करता है।
3 .UPSC की परीक्षा तीन चरणों– प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार में होती है। जबकि BPSC की परीक्षा भी तीन चरणों में होती है लेकिन इसमें अवधारणात्मक प्रश्नों की बजाय तथ्यात्मक प्रश्नों पर जोर दिया जाता है।
4 .UPSC के द्वारा बनने वाले आईएएस अधिकारियों की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा होती है इसलिए ये केंद्र सरकार के नियंत्रण में होते हैं। जबकि BPSC के द्वारा पीसीएस अधिकारियों की नियुक्ति राज्य के राज्यपाल द्वारा होती है इसलिए ये पूरी तरह से बिहार सरकार के नियंत्रण में होते हैं।
5 .UPSC से बने अधिकारी को सेवा से निष्कासित करने का अधिकार सिर्फ केंद्र सरकार के पास होता है। जबकि BPSC के द्वारा बने अधिकारियों के स्थानांतरण, निलंबन और निष्कासन का पूरा अधिकार बिहार सरकार के पास होता हैं। होता है।
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