न्यूज डेस्क: बिहार में नियोजित शिक्षक काफी लंबे समय से हड़ताल पर हैं। जिससे सरकार भी डर गयी हैं। एक तो सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो चुकी है तो वहीं हड़ताली शिक्षकों के आंदोलन ने सरकार के नाक में दम कर रखा है. नियोजित शिक्षकों ने आगामी 23 मार्च को पटना के गांधी मैदान में रैली बुलाई थी, लेकिन इसके लिए उन्हें गांधी मैदान का आवंटन नहीं किया गया है. शिक्षक भी अपनी मांग को लेकर अड़े हैं।
आपको बता दें की नियोजित शिक्षकों की तरफ से 23 मार्च को पटना के गांधी मैदान में बुलाई गई रैली को रोकने के लिए पटना पुलिस ने बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति को दिशा निर्देश जारी किया है. शिक्षकों की रैली को प्रशासनिक इजाजत नहीं दिए जाने के पीछे बिहार दिवस के कार्यक्रम के आयोजन को वजह बताया गया है. लेकिन शिक्षकों का कहना हैं की बिहार सरकार उनकी आबाज दबाने की कोशिश कर रही हैं।
पटना पुलिस की तरफ से शिक्षक संगठनों को जारी किए गए आदेश में स्पष्ट तौर पर लिखा गया है कि 23 से लेकर 24 मार्च तक गांधी मैदान में बिहार दिवस के मौके पर समारोह का आयोजन किया जाना है, लिहाजा किसी भी तरह के रैली जुलूस और धरना प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी जा सकती। शिक्षकों को यहां पर धरना प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं हैं।
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