यूपी में गाड़ी चलाना और होगा महंगा, जानें कारण

लखनऊ: यूपी में वाहन चलाने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 1 जनवरी से गाड़ियों की प्रदूषण जांच शुल्क में 5 रुपये की वृद्धि हो जाएगी। इस संबंध में उत्तर प्रदेश के अपर परिवहन आयुक्त राजस्व ने आदेश जारी कर दिए हैं। अब वाहनों की प्रदूषण जांच के लिए शुल्क में हर साल 5 प्रतिशत या अधिकतम 5 रुपये तक बढ़ोतरी की अनुमति होगी। इस बार परिवहन विभाग ने इस नियम के तहत 5 रुपये की बढ़ोतरी की है।

अपर परिवहन आयुक्त राजस्व पुष्पसेन सत्यार्थी के मुताबिक, अब पेट्रोल चालित दो पहिया वाहनों की प्रदूषण जांच शुल्क 60 रुपये से बढ़कर 65 रुपये हो जाएगी। वहीं, तीन पहिया वाहनों की प्रदूषण जांच शुल्क 80 रुपये से बढ़कर 85 रुपये होगी और डीजल से चलने वाले वाहनों की प्रदूषण जांच शुल्क 110 रुपये से बढ़कर 115 रुपये हो जाएगी। यह बढ़ी हुई दरें 1 जनवरी 2024 से लागू हो जाएंगी।

पुष्पसेन सत्यार्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश ऑनलाइन मोटरयान प्रदूषण जांच केंद्र योजना 2020 के नियम 6 के उप नियम (दो) में यह प्रावधान है कि प्रदूषण प्रमाणपत्रों का निर्गमन करने के लिए हर साल जनवरी में 5 प्रतिशत तक या अधिकतम 5 रुपये की वृद्धि की जा सकती है। इस बार यह वृद्धि 5 रुपये की गई है। परिवहन आयुक्त द्वारा इस पर मुहर लगाई गई और आदेश जारी कर दिया गया है।

बात दें की परिवहन विभाग के इस आदेश के लागू होने से राज्य में वाहनों के प्रदूषण जांच के शुल्क में वृद्धि से गाड़ी मालिकों को कुछ अतिरिक्त खर्च करना होगा। यह कदम प्रदेश में वाहनों के प्रदूषण स्तर की निगरानी को और सख्त बनाने के लिए उठाया गया है।

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