खाते हैं मांगुर मछली तो हो जाएं सावधान, हो सकता है कैंसर

हेल्थ डेस्क: मांगुर मछली, विशेषकर थाई मांगुर, जो मांसाहारी प्रजाति है, स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक खतरनाक हो सकती है। भारत सरकार ने 2000 में इस मछली की बिक्री और पालन पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन इसके बावजूद यह मछली अब भी खुलेआम बेची जा रही है, जो एक बड़ी चिंता का विषय है।

थाई मांगुर में भारी मात्रा में घातक तत्व जैसे लेड, आयरन, आर्सेनिक, कैडमियम, क्रोमियम, और मरकरी पाए जाते हैं, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं, जिनमें कैंसर, हृदय रोग, लीवर की समस्याएं, न्यूरोलॉजिकल और यूरोलॉजिकल बीमारियां शामिल हैं। 

इसके अलावा, यह मछली पर्यावरण के लिए भी खतरनाक है, क्योंकि यह पानी के दूषित होने के बावजूद जीवित रहती है और अन्य छोटी मछलियों और जलजीवों को खाकर जलाशयों का पारिस्थितिकी तंत्र खराब कर देती है। इसलिए इसका सेवन करने से बचना चाहिए।

इसके अलावा, थाई मांगुर का पालन और व्यापार स्थानीय मछलियों और जलीय जीवन के लिए भी खतरा उत्पन्न करता है। फिर भी, इस मछली का बाजार में आना और बेचना इन खतरों को और बढ़ाता है, जो जन स्वास्थ्य के लिए गंभीर जोखिम पैदा करता है। भारत में इसकी बिक्री पर रोक होने के बावजूद, यह मछली अवैध रूप से बेची जा रही है और इसके सेवन से गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।

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