कई रानियों की संतुष्टि के लिए ये चीज खाते थें राजा!

हेल्थ डेस्क: अश्वगंधा, कौंच बीज, सफेद मूसली" एक प्राचीन आयुर्वेदिक और शाही आहार का हिस्सा है। यह पदार्थ शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए प्रसिद्ध हैं, और इन्हें पारंपरिक रूप से शक्ति और ऊर्जा बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता था।

1 .अश्वगंधा (Withania somnifera):

यह एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि है जो शारीरिक और मानसिक सहनशक्ति को बढ़ाने के लिए जानी जाती है। अश्वगंधा को 'भारतीय जिन्सेंग' भी कहा जाता है और यह तनाव कम करने, इम्यूनिटी बढ़ाने, और शक्ति में वृद्धि करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है। यह पुरुषों की यौन क्षमता को सुधारने के लिए भी उपयोगी माना जाता है, और इसलिए इसे राजा-महाराजाओं के आहार में शामिल किया जाता था।

2 .कौंच का बीज (Mucuna pruriens):

कौंच का बीज शारीरिक ताकत और यौन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है। इसमें L-Dopa पाया जाता है, जो डोपामिन प्रणाली को उत्तेजित करता है। यह बीज मानसिक स्थिति को सुधारने और शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए उपयोगी है, और इसे यौन उत्तेजना और शक्ति में वृद्धि के लिए सेवन किया जाता है।

3 .सफेद मूसली (Chlorophytum borivilianum):

सफेद मूसली एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसे 'विज्ञानवर्धक' के रूप में जाना जाता है। यह शारीरिक सहनशक्ति को बढ़ाने, यौन शक्ति में सुधार, और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने के लिए प्रयोग की जाती है। यह एक टॉनिक के रूप में काम करती है और पुरुषों में प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए उपयोगी मानी जाती है।

दरअसल इन तीनों पदार्थों को एक साथ मिलाकर एक शक्तिवर्धक और संतुलित आहार के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, खासकर उन राजाओं के लिए जो शारीरिक और मानसिक ताकत बनाए रखना चाहते थे। इनका सेवन शाही दरबारों में एक प्रकार के जीवन शक्ति और दीर्घायु के उपाय के रूप में किया जाता था।

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