वीटो पावर क्या हैं, कितने देशों के पास यह शक्ति

न्यूज डेस्क: वीटो पावर (Veto Power) एक विशेष अधिकार होता है, जो किसी विशेष प्रस्ताव या निर्णय को अस्वीकार करने की क्षमता प्रदान करता है। यह शक्ति सामान्यत: कुछ उच्च प्राधिकृत संस्थाओं या देशों को दी जाती है, ताकि वे किसी भी निर्णय या प्रस्ताव को रोक सकें, भले ही वह प्रस्ताव अधिकांश सदस्य देशों द्वारा समर्थित हो।

वीटो पावर का प्रमुख उदाहरण:

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) में पाँच स्थायी सदस्य देशों (P5) के पास वीटो पावर है। ये देशों हैं: संयुक्त राज्य अमेरिका (USA), रूस (Russia), चीन (China), फ्रांस (France) और यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom).

संयुक्त राष्ट्र के सदस्य:

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) में 15 सदस्य होते हैं, जिनमें से 5 स्थायी सदस्य होते हैं और 10 अस्थायी सदस्य होते हैं। स्थायी सदस्य देशों के पास वीटो पावर होता है, जबकि अस्थायी सदस्य देशों के पास यह शक्ति नहीं होती। अस्थायी सदस्य सुरक्षा परिषद के फैसलों में योगदान दे सकते हैं, लेकिन उन्हें किसी प्रस्ताव को रोकने या अस्वीकार करने का अधिकार नहीं होता है।

अस्थायी सदस्य देशों की भूमिका:

निर्वाचन: अस्थायी सदस्य देशों का चयन आमतौर पर दो वर्ष की अवधि के लिए किया जाता है। ये सदस्य महासभा द्वारा चुने जाते हैं और उन्हें क्षेत्रीय आधार पर चुना जाता है ताकि विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जा सके।

अस्थायी सदस्य देशों का चुनाव:

अफ्रीका: 3 सदस्य, 

एशिया-प्रशांत: 2 सदस्य

लातिन अमेरिका और कैरेबियन: 2 सदस्य

पूर्वी यूरोप: 1 सदस्य

पश्चिमी यूरोप और अन्य देश: 2 सदस्य

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