यह बॉलीवुड की पहली एआई-पावर्ड फिल्म है, जो पूरी तरह से एआई तकनीक पर आधारित है। हाल ही में इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया है, जिसने दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। ऐसे में सवाल है की तो क्या एआई तकनीक बॉलीवुड को एक नई दिशा दे पाएगी? यह सवाल फिल्म के ट्रेलर को देखने के बाद कुछ हद तक हल हो सकता है।
'नाइशा' का एआई जादू
बॉलीवुड फिल्मों में हमें हमेशा ही हीरो-हीरोइन की शानदार केमिस्ट्री देखने को मिलती है, जहां एक्टर-एक्ट्रेस अपनी एक्टिंग से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। लेकिन 'नाइशा' में यह सब कुछ अलग है। इस फिल्म में मुख्य पात्रों, नाइशा बोस और जैन कपूर, को एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) द्वारा जेनरेट किया गया है।
इसका मतलब यह है कि फिल्म में जो किरदार दिखाई देंगे, वे इंसान नहीं, बल्कि पूरी तरह से डिजिटल और एआई-पावर्ड होंगे। ट्रेलर में इन दोनों के बीच एक दिलचस्प प्रेम कहानी देखने को मिली है, जो दर्शकों को आकर्षित करती है। इस फिल्म में एआई-जनरेटेड कैरेक्टर्स के जरिए एक नई दुनिया को जन्म दिया गया है, जो सिनेमा की पारंपरिक परिभाषाओं को चुनौती देता है। इसका रोमांस, संवाद, और जटिल भावनाएँ दर्शकों को एक नई सिनेमाई अनुभव प्रदान करती हैं। फिल्म का संवाद “मुझे लोग सस्ता बादशाह कहते हैं” जैसी बातें ट्रेलर को मजेदार और आकर्षक बनाती हैं, जो कि दर्शकों की उत्सुकता को और बढ़ा देती हैं।
क्या एआई बॉलीवुड के स्टार्स को टक्कर दे पाएगा?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या एआई आधारित फिल्में पारंपरिक बॉलीवुड फिल्मों को टक्कर दे पाएंगी, जो बड़े-बड़े स्टार्स, आकर्षक गाने और महंगी प्रोडक्शन वैल्यू के साथ आती हैं? आज भी बॉलीवुड का मुख्य आकर्षण उसके सितारे और उनकी फिल्मों में दिखाई गई अभिनय क्षमता ही है। फिर भी, 'नाइशा' जैसी एआई आधारित फिल्में नए तरह के दर्शकों और सिनेमा प्रेमियों को आकर्षित करने में सक्षम हो सकती हैं, जो तकनीकी बदलावों में रुचि रखते हैं।





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