जानें, शिशु को कब और कितना दूध पिलाना चाहिए

हेल्थ डेस्क: जब कोई महिला पहली बार माँ बनती हैं तो उसे अपने शिशु के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बनी रहती हैं। महिलाएं हमेशा ये सोचती हैं की वो अपने शिशु को कब और कितना दूध पिलाएं की उसका बच्चा स्वस्थ और सेहतमंद रह सके। आज जानने की कोशिश करेंगे इसी चीज के बारे में की महिलाएं अपने शिशु को कब और कितना दूध पिलाएं। जिससे की महिला के साथ साथ उनका शिशु भी स्वस्थ और सेहतमंद रह सके। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से की शिशु को कब और कितना दूध पिलाना चाहिए।
1 .जन्म के तुरंत बाद शिशु के लिए माँ का दूध अमृत के समान होता हैं। इसलिए सभी महिला को शिशु जन्म लेने के एक घंटे के अंदर उसे माँ का दूध पिलानी चाहिए। इससे माँ और बच्चे में भावनात्मक रिश्ता बनता हैं। साथ हीं साथ शिशु को जन्म के बाद जिस न्यूट्रीशन की ज़रूरत होती हैं वो उसे माँ के दूध से प्राप्त होता हैं। इससे शिशु में बीमारी होने के चांस कम जाते हैं तथा शिशु स्वस्थ और सेहतमंद रहता हैं। इसलिए सभी महिला को इसका ख्याल रखना चाहिए।
.जब शिशु एक से दो माह का हो तो माँ को थोड़ी थोड़ी देर पर अपने शिशु को दूध पिलाते रहना चाहिए। क्यों की इस समय शिशु को थोड़ी थोड़ी देर पर भूख लगता हैं। क्यों की इस दौरान हीं शिशु के शरीर में पाए जाने वाले ग्लैंड विकास करना प्रारंभ करते हैं। इतना हीं नहीं माँ को तब तक दूध पिलाते रहना चाहिए जब तक बच्चा खुद का छोड़ दें। इससे बच्चे के विकास कर सकारात्मक असर पड़ता हैं तथा उसके विकास में कोई बाधा नहीं आती हैं।
.महिलाओं को खाना खाने के तुरंत बाद कभी भी अपने शिशु को दूध नहीं पिलानी चाहिए। क्यों की खाना खाने के तुरंत बाद दूध पिलाने से शिशु के पेट में गैस बन सकते हैं। जिससे शिशु का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता हैं। साथ हीं साथ इस दौरान दूध पिलाने से महिलाओं को भी परेशानी हो सकती हैं। इसलिए खाना खाने के बाद कुछ देर आराम करें फिर अपने शिशु की दूध पिलायें।
4 .इस दुनिया में बहुत हीं महिलाएं ऐसी होती हैं जो जन्म के कुछ हीं दिनों के बाद अपने बच्चे को पाउडर का दूध पिलाने लगती हैं। जिससे शिशु का स्वास्थ्य प्रभावित होता हैं और उनका मानसिक विकास ठीक तरीकों से नहीं हो पाता हैं। इसलिए महिलाओं को जन्म से कम से कम छे महीने तक अपने शिशु को अपना दूध हीं पिलायें। ये शिशु के स्वास्थ के लिए बेहतर होगा तथा शिशु के रोग प्रतिरोधक छमता भी मजबूत होगा। इसलिए सभी महिलाएं इसका ख्याल रखें।
5 .अगर किसी महिला के ब्रेस्ट में दर्द होता हैं तथा स्तनपान के दौरान रक्त स्राव होता हैं तो महिलाएं अपने शिशु को दूध पिलाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। क्यों की कभी कभी कुछ महिलाओं के ब्रेस्ट में संक्रमण हो जाता हैं। जिससे शिशु का स्वास्थ का स्वास्थ्य प्रभावित होता हैं। इसलिए अगर किसी महिला के ब्रेस्ट में किसी भी प्रकार की समस्या होती हैं तो उसे बिल्कुल भी नज़रअंदाज़ ना करें। ये महिला के साथ साथ उनके शिशु के लिए भी अच्छा रहेगा।

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