हेल्थ डेस्क: जब कोई महिला प्रेगनेंट होती हैं तो उसके मन में चिंता बनी रहती हैं। महिलाएं इस बात को जानने के लिए चिंतित रहती हैं क्या वो प्रेगनेंट हैं या नहीं। इसे जानने के लिए महिलाएं तरह तरह के उपाय भी करती रहती हैं आज जानने की कोशिश करेंगे गर्भावस्था के लक्षण के बारे में की जब कोई महिला प्रेगनेंट होती हैं तो कितने दिनों के बाद उनके शरीर में गर्भावस्था के लक्षण दिखने लगते हैं। साथ ही साथ ये भी जानने की कोशिश करेंगे की ये लक्षण किस प्रकार का होता हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से की प्रेगनेंट होने के कितने दिन बाद दिखाई देने लगते है गर्भावस्था के लक्षण।
1 .जब कोई महिला प्रेगनेंट होती हैं तब महिलाओं के गर्भाशय में धीरे धीरे भूर्ण का निर्माण होने लगता हैं और उनका शरीर कोरियोनिक नानडोट्रोपीन नामक हार्मोन का उत्पादन करता हैं। इस हार्मोन्स के उत्पादन में कम से कम 15 से 20 दिन का समय लगता हैं। इसके बाद महिलाओं के शरीर में गर्भावस्था के लक्षण दिखने लगते हैं और महिलाओं के पेट में दर्द और जी मिचलाने की समस्या होने लगती हैं। यह समस्या एक नॉर्मल समस्या होती हैं जो महिलाओं के सेहत पर निर्भर करती हैं।
2 .वैसी महिलाएं जो शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होती हैं तथा जिनके शरीर में विटामिन और पोषक तत्वों की कोई कमी नहीं होती हैं। उन महिलाओं को गर्भावस्था के लक्षण देर से दिखाई देते हैं तथा प्रेगनेंट होने के बाद उनके शरीर मे जब पीरियड्स मिस होने लगता हैं तब उन्हें ये एहसास होता हैं की वो प्रेगनेंट हैं। इन महिलाओं में गर्भावस्था के लक्षण दिखाने में कम से कम 27 से 35 दिन का समय लग जाता हैं। लेकिन महिलाएं डॉक्टर की मदद से इनका पता पहले भी लगा सकती हैं।
3 .वैसी महिलाएं जो डायबिटीज़ या थायराइड की समस्या से ग्रसित होती हैं। उन महिलाओं के गर्भाशय में प्रेगनेंट होने के बाद जैसे ही भूर्ण का निर्माण होना प्रारंभ होता हैं। वैसे ही महिलाओं के शरीर में पानी की कमी होने लगती हैं और महिलाओं को अचानक से थकान महसूस होती हैं तथा उनके सिर में दर्द की समस्या भी जन्म ले लेती हैं। इन महिलाओं को एक सप्ताह में ही गर्भावस्था के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इन महिलाओं को प्रेगनेंट होने के तुरंत बाद डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। क्यों की इनके शरीर में गर्भपात होने चांस ज्यादा होता हैं।
4 . प्रेगनेंट होने के ग्यारहवे हप्ते बाद जब महिलाओं के शरीर में एचसीजी हार्मोन्स का निर्माण रूक जाता हैं तब महिलाओं के गर्भाशय में बनने वाला भूर्ण बच्चे का रूप लेने लगता हैं। इस दौरान बच्चे के विकास के लिए कैल्शियम, आयरन, हिमोग्लोबिन और पानी की ज़रूरत होती हैं। जिसके कारण महिलाओं के शरीर में इन सारे चीजों की कमी हो जाती हैं और महिलाओं को चक्कर आने लगती हैं तथा उनके शरीर में भी सूजन आ जाता हैं। ये सारे लक्षण गर्भावस्था के होते हैं। इससे बचने के लिए महिलाएं डॉक्टर की सलाह ले सकती हैं तथा पौष्टिक आहार का सेवन कर सकती हैं।
5 .जब कोई महिला प्रेगनेंट होती हैं तब कम से कम 10 से 15 दिन बाद उनके शरीर में स्वास्थ संबंधित समस्या उत्पन होने लगती हैं। जैसे पेट में कब्ज या गैस बनने लगता हैं तथा उनके शरीर में थकान थकान सा लगने लगता हैं तथा उनके मन में चिड़चिड़ापण की भावना जन्म लेने लगती हैं। साथ ही साथ महिलाओं को रात्रि में जल्दी नींद नहीं आती हैं और उन्हें बार बार पेशाब करने का मन करता हैं। शरीर में होने वाला अचानक से ये बदलाव गर्भावस्था के लक्षण होते हैं।
1 .जब कोई महिला प्रेगनेंट होती हैं तब महिलाओं के गर्भाशय में धीरे धीरे भूर्ण का निर्माण होने लगता हैं और उनका शरीर कोरियोनिक नानडोट्रोपीन नामक हार्मोन का उत्पादन करता हैं। इस हार्मोन्स के उत्पादन में कम से कम 15 से 20 दिन का समय लगता हैं। इसके बाद महिलाओं के शरीर में गर्भावस्था के लक्षण दिखने लगते हैं और महिलाओं के पेट में दर्द और जी मिचलाने की समस्या होने लगती हैं। यह समस्या एक नॉर्मल समस्या होती हैं जो महिलाओं के सेहत पर निर्भर करती हैं।
2 .वैसी महिलाएं जो शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होती हैं तथा जिनके शरीर में विटामिन और पोषक तत्वों की कोई कमी नहीं होती हैं। उन महिलाओं को गर्भावस्था के लक्षण देर से दिखाई देते हैं तथा प्रेगनेंट होने के बाद उनके शरीर मे जब पीरियड्स मिस होने लगता हैं तब उन्हें ये एहसास होता हैं की वो प्रेगनेंट हैं। इन महिलाओं में गर्भावस्था के लक्षण दिखाने में कम से कम 27 से 35 दिन का समय लग जाता हैं। लेकिन महिलाएं डॉक्टर की मदद से इनका पता पहले भी लगा सकती हैं।
3 .वैसी महिलाएं जो डायबिटीज़ या थायराइड की समस्या से ग्रसित होती हैं। उन महिलाओं के गर्भाशय में प्रेगनेंट होने के बाद जैसे ही भूर्ण का निर्माण होना प्रारंभ होता हैं। वैसे ही महिलाओं के शरीर में पानी की कमी होने लगती हैं और महिलाओं को अचानक से थकान महसूस होती हैं तथा उनके सिर में दर्द की समस्या भी जन्म ले लेती हैं। इन महिलाओं को एक सप्ताह में ही गर्भावस्था के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इन महिलाओं को प्रेगनेंट होने के तुरंत बाद डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। क्यों की इनके शरीर में गर्भपात होने चांस ज्यादा होता हैं।
4 . प्रेगनेंट होने के ग्यारहवे हप्ते बाद जब महिलाओं के शरीर में एचसीजी हार्मोन्स का निर्माण रूक जाता हैं तब महिलाओं के गर्भाशय में बनने वाला भूर्ण बच्चे का रूप लेने लगता हैं। इस दौरान बच्चे के विकास के लिए कैल्शियम, आयरन, हिमोग्लोबिन और पानी की ज़रूरत होती हैं। जिसके कारण महिलाओं के शरीर में इन सारे चीजों की कमी हो जाती हैं और महिलाओं को चक्कर आने लगती हैं तथा उनके शरीर में भी सूजन आ जाता हैं। ये सारे लक्षण गर्भावस्था के होते हैं। इससे बचने के लिए महिलाएं डॉक्टर की सलाह ले सकती हैं तथा पौष्टिक आहार का सेवन कर सकती हैं।
5 .जब कोई महिला प्रेगनेंट होती हैं तब कम से कम 10 से 15 दिन बाद उनके शरीर में स्वास्थ संबंधित समस्या उत्पन होने लगती हैं। जैसे पेट में कब्ज या गैस बनने लगता हैं तथा उनके शरीर में थकान थकान सा लगने लगता हैं तथा उनके मन में चिड़चिड़ापण की भावना जन्म लेने लगती हैं। साथ ही साथ महिलाओं को रात्रि में जल्दी नींद नहीं आती हैं और उन्हें बार बार पेशाब करने का मन करता हैं। शरीर में होने वाला अचानक से ये बदलाव गर्भावस्था के लक्षण होते हैं।
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