यूपी में जमीन खरीदने से पहले देख लें ये 5 दस्तावेज
1 .ज़मीन का मालिकाना प्रमाण (Title Deed)
यह सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जो यह प्रमाणित करता है कि विक्रेता के पास उस ज़मीन का वैध मालिकाना अधिकार है। इसे "Sale Deed" भी कहा जाता है और इसमें ज़मीन की पूरी जानकारी होती है जैसे कि उसकी माप, स्थान, और मालिक के अधिकार।
2 .खसरा और खतौनी (Khasra & Khatauni)
ये दस्तावेज ज़मीन के रिकॉर्ड होते हैं, जिनसे यह पुष्टि होती है कि ज़मीन कृषि योग्य है या नहीं और इस पर किसका कब्जा है। इन दस्तावेजों से ज़मीन की स्थिति और उसका रजिस्टर्ड रिकॉर्ड भी मालूम होता है। इसलिए ये दस्तावेज जरूर देखें।
3 .रजिस्ट्री प्रमाणपत्र (Registration Certificate)
यह प्रमाणपत्र यह पुष्टि करता है कि ज़मीन की खरीदारी और विक्रय सरकारी रजिस्ट्री कार्यालय में दर्ज की गई है। इस दस्तावेज़ से यह सुनिश्चित होता है कि लेन-देन कानूनी और वैध है। इस दस्तावेज को देखें और उसका सत्यापन भी करें।
4 .भूमि उपयोग प्रमाणपत्र (Land Use Certificate)
यह दस्तावेज ज़मीन के उपयोग के प्रकार को दर्शाता है, जैसे कि कृषि भूमि, आवासीय भूमि, वाणिज्यिक भूमि आदि। यह ज़रूरी है क्योंकि यदि ज़मीन का उपयोग किसी और उद्देश्यों के लिए किया गया है, तो इसका कोई कानूनी असर पड़ सकता है।
5 .ऋण-मुक्त प्रमाणपत्र (Encumbrance Certificate)
यह दस्तावेज़ यह पुष्टि करता है कि ज़मीन पर कोई बकाया ऋण या अन्य वित्तीय दायित्व नहीं हैं। यह प्रमाणपत्र ज़मीन पर किसी भी प्रकार के विवाद या ऋण के बारे में जानकारी देता है, जिससे खरीदार भविष्य में किसी कानूनी समस्या से बच सकता है।
0 comments:
Post a Comment