पुरुष बांझपन के 6 लक्षण:
1 .संतान का न होना: यदि एक वर्ष के प्रयास के बावजूद संतान नहीं हो रही है, तो यह पुरुष बांझपन का सबसे स्पष्ट लक्षण हो सकता है।
2 .शुक्राणु की कमी: शुक्राणु की गुणवत्ता या संख्या में कमी, जिससे गर्भधारण की संभावना घट जाती है। ये बांझपन के संकेत हैं।
3 .विकृत शुक्राणु: पुरुषों में शुक्राणुओं का आकार या गति खराब हो सकती है, जिससे गर्भधारण में कठिनाई होती है।
4 .शारीरिक बदलाव: यदि पुरुष में शरीर में अवांछनीय बदलाव (जैसे: स्तन का आकार बढ़ना, कम शारीरिक विकास) होते हैं, तो यह हार्मोनल असंतुलन का संकेत हो सकता है, जो बांझपन का कारण बन सकता है।
5 .पारंपरिक स्वास्थ्य समस्याएं: जैसे कि पुरानी बीमारियां (जैसे डायबिटीज, उच्च रक्तचाप), जो शुक्राणु निर्माण में समस्या पैदा कर सकती हैं।
6 .संगीन यौन समस्याएं: जैसे कम यौन इच्छाशक्ति, शरीर में कमजोरी, या इरेक्टाइल डिसफंक्शन (संचालन में कठिनाई), जो बांझपन का संकेत हो सकता है।
उपचार (Treatment):
1 .दवाइयाँ: हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने के लिए दवाइयाँ दी जा सकती हैं। उदाहरण स्वरूप, टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए दवाइयाँ दी जा सकती हैं।
2 .IVF और ICSI (इनविट्रो फर्टिलाइजेशन और इंट्रासाइटोप्लाज्मिक शुक्राणु इंजेक्शन): जब शुक्राणु की संख्या या गुणवत्ता बहुत कम हो, तब IVF या ICSI का सहारा लिया जाता है।
3 .लाइफस्टाइल में बदलाव: स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, तनाव कम करने, शराब और तंबाकू से बचने से शुक्राणु स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।
4 .असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी (ART): यह तकनीकें, जैसे कि शुक्राणु डोनेशन या सर्जिकल शुक्राणु संग्रह, जब अन्य उपचार विफल हो जाते हैं, तब मदद कर सकती हैं।
0 comments:
Post a Comment