होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक दवाइयों में क्या है अंतर, जानिए

हेल्थ डेस्क: आज के समय में बहुत से लोग होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक दवा खाना पसंद करते हैं। क्यों की इन दवाइयों का इंसान के शरीर पर ज्यादा साइडइफेक्ट देखने को नहीं मिलता हैं। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे की होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक दवाइयों में क्या अंतर होता हैं। इन दवाइयों को किस विधि के द्वारा तैयार किया जाता हैं।

होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक दवाइयों में क्या है अंतर, जानिए?

1 .आयुर्वेद की शुरुआत भारत में वैदिक काल के दौरान हुई थी। जबकि होम्योपैथी की खोज जर्मनी में सैमुअल क्रिश्चियन हैनीमैन ने 18 वीं शताब्दी में की थी।

2 .आयुर्वेदिक दवाओं में जड़ी बूटियों, सब्जियों और खनिजों का उपयोग किया जाता है। जबकि होम्योपैथिक दवाएं पौधों, आसुत जल, अल्कोहल आदि से बनाई जाती हैं।

3 .होम्योपैथिक दवाएं बीमारियों से लड़ने के लिए शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को ट्रिगर करने के लिए दी जाती हैं। जबकि आयुर्वेद प्राकृतिक उपचार के रूप में कार्य करता है। 

4 .आयुर्वेद वात (पवन), पिट (पित्त) और कफ (कफ) जैसे तीन महत्वपूर्ण कारकों पर विश्वास करता है। जबकि होम्योपैथी अवधारणाओं की तरह इलाज पर विश्वास करता हैं।

5 .आयुर्वेद और होम्योपैथी दवाएं दोनों धीरे-धीरे बीमारियों की ठीक करती हैं। जबकि एलोपैथिक दवाएं बीमारियों को जल्दी ठीक करता हैं। इसलिए आज के समय में एलोपैथिक दवाओं की मांग ज्यादा हैं।

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