खबर के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष में जनता के विकास से जुड़ी सेवाओं व योजनाओं पर योगी सरकार के द्वारा 260418.65 करोड़ रुपये खर्च करने का अनुमान हैं। यह धनराशि पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले 59610.03 करोड़ रुपये अधिक है।
आपको बता दें की 2021-22 में यूपी सरकार ने राज्य के विकास पर 200808.62 करोड़ रुपये खर्च किये हैं। जबकि 2022-23 में 260418.65 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा हैं। वित्त विभाग के इस रिपोर्ट से ये साफ़ हैं की सरकार राज्य में विकास की गति को तेजी से बढ़ा रही हैं, ताकि आमजन की परेशानियों को दूर किया जा सके।
किस क्षेत्र में होंगे कितना खर्च।
ऊर्जा के क्षेत्र में 23072.91 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान हैं।
उद्योग व खनिज क्षेत्र में 6655.01 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे।
परिवहन के क्षेत्र में 5352.48 करोड़ रुपये खर्च किये जा सकते हैं।
सामाजिक सेवाओं के माध्यम से 169118.02 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
ग्रामीण क्षेत्र में विकास के लिए 21176.96 करोड़ खर्च किए जायेंगे।
विशेष क्षेत्र विकास कार्यक्रमों पर 92.62 करोड़ खर्च होने का अनुमान हैं।
सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण के क्षेत्र में 12945.23 करोड़ खर्च किये जा सकते हैं।
सामान्य आर्थिक सेवाओं के क्षेत्र में 7241.65 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
विज्ञान, प्रौद्योगिकिी और पर्यावरण के क्षेत्र में 92.21 करोड़ खर्च होने का अनुमान हैं।
आर्थिक सेवाओं के क्षेत्र में कृषि से संबंधित विकास कार्यों पर 14071.56 करोड़ खर्च होंगे।
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