धार्मिक मान्यता के अनुसार आंवला के पेड़ में भगवान विष्ण का वास होता है और अक्षय नवमी पर आंवला पेड़ के नीचे ब्राह्मण भोजन कराने के इंसान के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती हैं। साथ ही साथ जीवन में खुशहाली बनी रहती हैं।
नवमी तिथि की तिथि : शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 01 नवंबर को रात 11 बजकर 04 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन इसका समापन 02 नवंबर की रात 09 बजकर 09 मिनट पर होगा।
अक्षय नवमी का शुभ मुहूर्त : 02 नवंबर की सुबह 06 बजकर 34 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 04 मिनट तक पूजा करने का शुभ मुहूर्त बन रहा हैं।
आपको बता दें की अक्षय नवमी पर आंवला के वृक्ष के नीचे भोजन बनाने और भोजन करने का विशेष महत्व होता हैं। ऐसा करने से इंसान को श्री हरि विष्णु की कृपा प्राप्त होती हैं और धार्मिक मान्यता यह है की इस दिन ही भगवान श्रीकृष्ण ने कंस वध से पहले तीन वन की परिक्रमा की थी। आज भी लोग अक्षय नवमी पर मथुरा-वृंदावन की परिक्रमा करते हैं।
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