टीबी से होने वाली मौतों को कम करने के लिए, हर मृत्यु के बाद डेथ ऑडिट (मृत्यु लेखा परीक्षण) भी कराया जाएगा, ताकि यह समझा जा सके कि टीबी से संबंधित मृत्यु के कारण क्या थे और इसे कैसे रोका जा सकता है। यह अभियान इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे टीबी के संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकेगा और टीबी के उपचार में मदद मिलेगी।
राज्य के क्षय रोग अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र भटनागर ने बताया कि इस अभियान के दौरान टीबी के सक्रिय रोगियों की पहचान की जाएगी और उनके संपर्क में आए व्यक्तियों की भी जांच की जाएगी। यह कदम टीबी के संक्रमण को रोकने और इसके प्रभाव को कम करने के लिए उठाया गया है।
इन जिलों में चलेगा टीबी जांच अभियान: उत्तर प्रदेश के अमेठी, अयोध्या, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, इटावा, फर्रुखाबाद, हाथरस, पीलीभीत, प्रतापगढ़, रायबरेली, रामपुर, सिद्धार्थनगर, सीतापुर व सुलतानपुर में अगले 100 दिनों तक सघन टीबी जांच अभियान चलाया जायेगा।
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