वहीं, भारत में, कुछ स्पर्म बैंक एक दान के लिए लगभग 12,000 रुपये से 15,000 रुपये तक का भुगतान करते हैं। हालांकि, स्पर्म बैंक में दान करने की प्रक्रिया में वीर्य का एक विशिष्ट परीक्षण, स्वास्थ्य जांच, और कुछ शर्तें होती हैं। ध्यान रखें कि पैसे कमाने का मुख्य उद्देश्य वीर्य दान करने का नहीं होता, बल्कि यह एक नैतिक उद्देश्य होता है, जिसमें दूसरों की मदद करना प्रमुख होता है।
IFV में होता हैं इस्तेमाल: IVF में स्पर्म बैंक का इस्तेमाल तब किया जाता है जब पुरुष की शुक्राणु की संख्या कम हो या शुक्राणु की गुणवत्ता ठीक न हो, या जब पुरुष का शुक्राणु उपलब्ध न हो। इस स्थिति में, स्पर्म बैंक से शुक्राणु लिया जाता है और इसका उपयोग IVF प्रक्रिया में किया जाता है।
इन बातों का रखना होता हैं ध्यान?
1 .स्वास्थ्य परीक्षण: दानकर्ता को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण से गुजरना पड़ता है।
2 .अनुवांशिक परीक्षण: स्पर्म दानकर्ता के जीन और आनुवंशिक बीमारी की जांच की जाती है।
3 .वीर्य की गुणवत्ता: वीर्य की गुणवत्ता और मात्रा की जांच की जाती है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह स्वस्थ है और बच्चा पैदा करने की क्षमता रखता है।
4 .सामान्यत: स्पर्म बैंक में दान करने के लिए कुछ अन्य मानदंड होते हैं जैसे आयु सीमा (अक्सर 18-40 वर्ष), अच्छे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति, और एक परिवारिक इतिहास की जांच आदि।
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