यूपी के शहरों में लागू होगी बिजली की नई व्यवस्था

न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश में कानपुर के बाद मेरठ दूसरा शहर बन गया है, जहां केस्को के तर्ज पर कार्य आधारित अफसरों की जिम्मेदारी वाली बिजली व्यवस्था लागू की जा रही है। 9 दिसंबर से इस व्यवस्था का लागू होना शुरू हो जाएगा, और 15 दिसंबर से बरेली और अलीगढ़ में भी यह लागू होगी।

मेरठ में बिजली व्यवस्था को दो हिस्सों में बांटकर छह अधिशासी अभियंताओं की तैनाती की गई है। ये अभियंता शहर के बिजली आपूर्ति, उपभोक्ताओं की समस्याओं और विभागीय योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार होंगे। मेरठ को दो हिस्सों में बांटकर एक को मेरठ साउथ और दूसरे को मेरठ नॉर्थ नाम दिया गया है।

इसके अलावा, उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए पांच हेल्पडेस्क भी स्थापित की गई हैं, और हेल्पलाइन नंबर 1912 रहेगा। मुख्य अभियंता मेरठ जोन प्रथम धीरज सिंह और अधीक्षण अभियंता शहर प्रशांत कुमार रहेंगे। यह व्यवस्था उपभोक्ताओं के लिए बिजली सेवा में सुधार करने के उद्देश्य से लागू की गई है, जिससे समस्याओं का त्वरित समाधान संभव होगा।

अधिशासी अभियंताओं की जिम्मेदारियां:

1 .एक एक्सईएन 33केवी लाइन और उपकेन्द्रों की देखरेख करेगा।

2 .एक एक्सईएन 11केवी और एलटी लाइन (मेरठ नॉर्थ) के काम को संभालेगा।

3 .एक एक्सईएन 11केवी और एलटी लाइन (मेरठ साउथ) के कार्य देखेगा।

4 .दो एक्सईएन कॉमर्शियल-1 और कॉमर्शियल-2 के तहत मीटर, बिलिंग, राजस्व वसूली, कनेक्शन, एनर्जी एकाउंटिंग, आदि कार्य देखेंगे।

5 .एक एक्सईएन रेड और एडमिन के तहत बिजली चोरी रोकने, हेल्पलाइन, सोशल मीडिया, कोर्ट केस आदि की जिम्मेदारी संभालेगा।

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